रिपोर्ट– राहुल पाटीदार
24 News Update कानोड़। निकटवर्ती नया राजपुरा गांव में गुरुवार को मेवाड़ की प्रसिद्ध लोक नृत्य परंपरा गवरी का भव्य मंचन हुआ, जिसमें बिलोदा की प्रसिद्ध गवरी टोली के कलाकारों ने अपने विविध अभिनय और हास्य-व्यंग्य से दर्शकों को खूब गुदगुदाया। इस मौके पर कानोड़ तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों से भारी संख्या में ग्रामीण उमड़ पड़े और पूरा माहौल उत्साह व लोकानंद से सराबोर हो गया।
मंचन के दौरान खेतु, धारण, कालू कीर, चोर-पुलिस, हत्या डाड़मा, कान्हा-गुजरी, राजा-रानी, लाखा बंजारा, देवी अम्बा और चौथ माता जैसे रोचक प्रसंगों का शानदार प्रदर्शन किया गया। इन विविध चरित्रों ने जहां दर्शकों को परंपरा से जोड़ते हुए सांस्कृतिक संदेश दिया, वहीं हास्य कलाकारों ने जोकर बनकर लोगों को ठहाकों से लोटपोट कर दिया। गवरी कलाकारों ने मेवाड़ की परंपरागत शैली के अनुरूप थाली, मादल और ढोल की ताल पर जमकर नृत्य प्रस्तुत किया जिससे पूरा वातावरण गूंज उठा।
कार्यक्रम का समापन शाम को माताजी की आराधना के साथ हुआ। गवरी का यह पारंपरिक लोक नृत्य अब अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है, जिस कारण इसे देखने के लिए गांव-गांव से भारी भीड़ जुट रही है। नया राजपुरा में हुए इस मंचन ने एक बार फिर मेवाड़ की समृद्ध लोक संस्कृति और परंपराओं को जीवंत कर दिया।

