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राजस्थान यूनिवर्सिटी कैंपस से पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी और विधायक अभिमन्यु पूनिया हिरासत में, दर्शन शास्त्र की परीक्षा के दौरान हुई कार्रवाई

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24 News Update जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी के परीक्षा केंद्र से शनिवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष निर्मल चौधरी और संगरिया (हनुमानगढ़) के विधायक अभिमन्यु पूनिया को सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों ने हिरासत में ले लिया। दोनों दर्शनशास्त्र के फोर्थ सेमेस्टर का पेपर देने यूनिवर्सिटी पहुंचे थे, तभी पुलिस ने अचानक कार्रवाई करते हुए परीक्षा कक्ष से बाहर निकालकर वैन में बैठा लिया।
इस अप्रत्याशित कार्रवाई को देख कैंपस में कुछ छात्रों ने विरोध जताते हुए हंगामा भी किया, हालांकि पुलिस वाहन के रवाना होते ही स्थिति शांत हो गई। सूत्रों के अनुसार, पुलिस पहले से ही यूनिवर्सिटी परिसर में मौजूद थी और सादी वर्दी में तैनात थी। जैसे ही निर्मल चौधरी परीक्षा देने पहुंचे, उन्हें मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया। उस समय अभिमन्यु पूनिया भी वहीं मौजूद थे और पुलिस वैन में वे भी सवार हो गए।

पुलिस का पक्ष: पूनिया जबरन बैठे, डिटेन नहीं किया गया
डीसीपी ईस्ट तेजस्विनी गौतम ने इस कार्रवाई को लेकर स्पष्ट किया कि विधायक अभिमन्यु पूनिया को हिरासत में नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, “विधायक पूनिया खुद ही पूर्व अध्यक्ष निर्मल चौधरी को बचाने के लिए पुलिस वाहन में बैठ गए थे। उन्हें गांधी नगर थाने लाया गया और वहां से वे अपने आवास चले गए।”

निर्मल चौधरी पर 2022 का मामला
तेजस्विनी गौतम ने बताया कि “निर्मल चौधरी के खिलाफ 2022 में राजकार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज था। उस मामले में अपराध प्रमाणित पाए जाने के बाद पुलिस को कार्रवाई करनी थी। इसी सिलसिले में आज उन्हें डिटेन किया गया है। आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।”

थानों में बदले गए स्थान
पुलिस ने पहले दोनों को गांधी नगर थाने लाया। यहां से अभिमन्यु पूनिया को छोड़ा गया जबकि निर्मल चौधरी को मालवीय नगर थाने और फिर वहां से सांगानेर सदर थाने स्थानांतरित कर दिया गया। निर्मल चौधरी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि, “सुबह से ही जयपुर पुलिस के कुछ लोग सिविल ड्रेस में उनका पीछा कर रहे थे। परीक्षा देने पहुंचते ही उन्हें जबरन हिरासत में लिया गया। यह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।”

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