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EPFO कर्मचारी 5 हजार की रिश्वत लेते ट्रैप: विधवा पेंशन तीन साल से अटकी थी, जोधपुर CBI ने दबोचा

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24 News Update. भीलवाड़ा। जोधपुर सीबीआई की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भीलवाड़ा में ईपीएफओ (EPFO) कर्मचारी अक्षय मीणा उर्फ कृष्ण कांत को 5 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह रिश्वत एक विधवा महिला की पेंशन शुरू करने के बदले मांगी गई थी, जो पिछले तीन साल से लंबित थी।

शिकायत पर हुई कार्रवाई

सीबीआई सूत्रों के अनुसार, भीलवाड़ा जिले के हुरड़ा तहसील के तसवारिया गांव निवासी जसराज कुम्हार ने जोधपुर सीबीआई कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत में बताया गया कि उसके पिता भंवरलाल, जो RSWM लिमिटेड (मयूर मिल) में कार्यरत थे, सेवानिवृत्ति के बाद 819 रुपए मासिक पेंशन प्राप्त कर रहे थे। 24 जुलाई 2021 को उनके निधन के बाद उनकी पत्नी नोरतीदेवी की विधवा पेंशन शुरू होनी थी, लेकिन तीन साल बीतने के बावजूद भी इसे मंजूरी नहीं दी गई

जब परिवादी ने भीलवाड़ा ईपीएफओ कार्यालय जाकर जानकारी ली, तो वहां के क्लर्क/डाटा एंट्री ऑपरेटर अक्षय मीणा ने पेंशन शुरू करने के लिए रिश्वत की मांग की।

CBI ने ट्रैप कर किया गिरफ्तार

सीबीआई टीम ने पहले शिकायत की गुप्त रूप से पुष्टि की और जब आरोप सही पाए गए, तो रविवार को जाल बिछाया गया। जोधपुर से पहुंची सीबीआई टीम ने पानसर चौराहा, भीलवाड़ा पर आरोपी को रंगे हाथ 5 हजार रुपए लेते दबोच लिया

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को जोधपुर लाया गया, जहां सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर एक दिन के रिमांड पर लिया गया। रिमांड खत्म होने के बाद मंगलवार को दोबारा कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया

भ्रष्टाचार पर सख्त CBI

यह कार्रवाई EPFO में फैले भ्रष्टाचार को उजागर करती है, जहां पेंशन जैसी जनहितकारी योजना को भी रिश्वतखोरी का शिकार बनाया जा रहा था। CBI की इस कार्रवाई से सरकारी विभागों में बैठे भ्रष्ट अधिकारियों-कर्मचारियों के खिलाफ सख्त संदेश गया है।

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