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करणी सेना नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी पर विवाद: कैराना सांसद इकरा हसन को लेकर निकाह संबंधी बयान पर सोशल मीडिया में बवाल, पोस्ट हटाई

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राजनीतिक मर्यादा और महिला गरिमा पर उठा सवाल, SP कार्यकर्ताओं में आक्रोश

24 News update मुरादाबाद/कैराना, 19 जुलाई। करणी सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ठाकुर योगेंद्र सिंह राणा द्वारा कैराना से समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी से राजनीतिक माहौल गरमा गया है। राणा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर इकरा हसन से “निकाह कबूल” करने की बात कही, जिससे सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं। हालांकि विवाद बढ़ने के बाद उन्होंने दो घंटे के भीतर पोस्ट और वीडियो हटा लिए।

राणा ने रखीं अजीबोगरीब शर्तें

वीडियो में राणा ने कहा, “मैं कैराना सांसद इकरा हसन से निकाह कबूल फरमाता हूं। वह भी कबूल करें। वह मुस्लिम धर्म में रहें, मेरे घर में नमाज पढ़ें, मुझे एतराज नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि “मैं हिंदू ही रहूंगा, टीका भी लगाऊंगा और ओवैसी बंधु मुझे जीजा कहकर बुलाएं।”

राणा ने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि वह खुद भी अविवाहित सांसद की तरह “सुंदर” हैं और उनके पास “जमीन-जायदाद, मकान और माल” की कोई कमी नहीं है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अपनी पत्नी से इस प्रस्ताव की अनुमति भी ले ली है।

समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं में नाराजगी

राणा की इस टिप्पणी को लेकर समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और महिला संगठनों में जबरदस्त नाराजगी है। पोस्ट पर 180 से अधिक लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। राणा ने हालांकि पोस्ट डिलीट कर दी, लेकिन इससे पहले तक सोशल मीडिया पर जमकर बवाल मच गया था।

संपर्क से दूर हैं योगेंद्र राणा

जब दैनिक भास्कर संवाददाता ने राणा से इस विषय पर बात करने का प्रयास किया, तो उनका मोबाइल नंबर बंद मिला और वह अपने निवास पर भी मौजूद नहीं थे।


इकरा हसन ने ADM पर लगाए थे आरोप

इस विवाद से पहले भी कैराना सांसद इकरा हसन 1 जुलाई को सहारनपुर में ADM (ई) संतोष बहादुर सिंह पर अभद्रता के आरोप लगा चुकी हैं। इकरा का कहना था कि वह छुटमलपुर नगर पंचायत अध्यक्ष शमा परवीन के साथ ADM से मुलाकात करने गई थीं, लेकिन अधिकारी ने उनसे और अध्यक्ष से अभद्र भाषा में बात की और कार्यालय से निकल जाने को कहा।

ADM ने बाद में वीडियो बयान जारी कर इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे “राजनीतिक बयानबाजी” बताया। इकरा हसन ने जवाब में कहा कि “हमने एक साल में किसी अधिकारी की शिकायत नहीं की, लेकिन जब बात सम्मान की हो, तो चुप रहना भी अपराध है।”


महिला गरिमा और राजनीतिक मर्यादा पर सवाल

योगेंद्र राणा की टिप्पणी ने राजनीति में गिरते स्तर और महिला जनप्रतिनिधियों के प्रति दृष्टिकोण पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। जहां एक ओर यह बयान सांसद की गरिमा और महिला सम्मान के खिलाफ माना जा रहा है, वहीं इस पर अभी तक किसी बड़े राजनीतिक दल ने औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।

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