24 न्यूज अपडेट, नेशनल डेस्क। पहलगाम आतंकी हमले पर अब हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का विवादित बयान सामने आया है। उन्होंने पीड़ित महिलाओं की भावना पर सवाल उठाते हुए कहा कि “अपना सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगनाओं जैसा जोश नहीं था, इसीलिए 26 लोग मारे गए।”
सांसद शनिवार को भिवानी के पंचायत भवन में आयोजित ‘अहिल्याबाई होल्कर त्रिशताब्दी स्मृति अभियान’ के तहत जिला संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “पर्यटक हाथ जोड़कर मारे गए। अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना के तहत ट्रेनिंग ली होती, तो 26 लोग नहीं मरते।” उन्होंने मोदी सरकार की ‘अग्निवीर योजना’ का हवाला देते हुए कहा कि यह योजना युवाओं में वीरता की भावना पैदा करने के लिए शुरू की गई है। अगर इस तरह की ट्रेनिंग यात्रियों को मिली होती, तो वे आतंकियों से मुकाबला कर सकते थे। “अगर यात्रियों के हाथ में लाठी-डंडा भी होता और वे आतंकवादियों की तरफ दौड़ते, तो शायद 5-6 लोग ही मारे जाते, लेकिन तीनों आतंकी भी मारे जाते,” – रामचंद्र जांगड़ा, भाजपा सांसद, 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की बायसरन घाटी (पहलगाम) में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला कर दिया था, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी। इसके जवाब में 7 मई को भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी, जिसमें 9 आतंकी शिविर तबाह किए गए।
बयान पर उठे सवाल
सांसद जांगड़ा के इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कई लोग इसे पीड़ितों की पीड़ा के प्रति असंवेदनशील करार दे रहे हैं। विपक्ष ने इसे “शहीदों का अपमान” बताया है और भाजपा से इस पर स्पष्टीकरण मांगा है।
हरियाणा के भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा का विवादित बयान: “सुहाग खोने वाली महिलाओं में वीरांगनाओं जैसा जोश नहीं था, इसलिए 26 लोग मारे गए”

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