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दायित्वों में लापरवाही पर चित्तौड़गढ़ परिषद आयुक्त रामकिशोर मेहता एपीओ, जनता से दुव्यर्वहार और धमकी के भी आरोप

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24 News Update चित्तौड़गढ़। नगर परिषद चित्तौड़गढ़ के आयुक्त रामकिशोर मेहता को दायित्वों के निर्वहन में गंभीर लापरवाही के आरोप में स्वायत्त शासन विभाग, जयपुर ने एपीओ (अपेक्षित पदस्थापन आदेश) कर दिया है। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक एवं विशिष्ट सचिव इंद्रजीत सिंह द्वारा जारी आदेश के अनुसार, मेहता को तत्क्षण कार्यमुक्त कर जयपुर निदेशालय में रिपोर्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
यह कार्रवाई जिला कलेक्टर आलोक रंजन द्वारा मुख्यालय को भेजी गई शिकायत रिपोर्ट के आधार पर की गई, जिसमें आयुक्त की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठाए गए थे। रिपोर्ट के अनुसार, मेहता द्वारा सौंपे गए कार्यों के क्रियान्वयन में लापरवाही, जिला स्तरीय बैठकों में अनुपस्थिति और राजकीय अवकाशों में मुख्यालय से गैरहाजिरी जैसे सेवा शर्तों के स्पष्ट उल्लंघन सामने आए।
सरकारी आयोजनों में अव्यवस्था, निविदाओं में अनियमितता के भी आरोप
कलेक्टर की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि विभिन्न सरकारी आयोजनों, पर्वों और कार्यक्रमों में मूलभूत व्यवस्थाओं – जैसे लाइटिंग, टेंट, माइक, पानी और सफाई – में लगातार लापरवाही देखी गई। व्यवस्थाओं के समय पर न होने से आयोजनों में अव्यवस्था उत्पन्न हुई। साथ ही, निविदाओं में अव्यावहारिक शर्तें जोड़ने के आरोप भी लगे, जिससे प्रक्रिया की पारदर्शिता और प्रतिस्पर्धा पर प्रश्नचिन्ह खड़े हुए।
जिला कलेक्टर ने इन सभी बिंदुओं को गंभीरता से लेते हुए अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा की थी, जिस पर स्वायत्त शासन विभाग ने त्वरित संज्ञान लेते हुए निर्णय लिया।
जनता से दुर्व्यवहार के आरोपों ने बढ़ाई मुश्किलें
सूत्रों के अनुसार, आयुक्त के खिलाफ आमजन की ओर से भी लंबे समय से शिकायतें लंबित थीं। नागरिकों का आरोप था कि समस्याओं के समाधान हेतु मिलने जाने पर उन्हें दुर्व्यवहार और धमकियों का सामना करना पड़ता था। कई बार आयुक्त द्वारा फरियादियों को “राजकार्य में बाधा डालने“ के नाम पर मुकदमे की चेतावनी भी दी जाती थी, जिससे नगर परिषद कार्यालय में जनता का आवागमन कम हो गया था।
परिषद कार्यालय में चर्चाओं का दौर
रामकिशोर मेहता के एपीओ होने के बाद नगर परिषद में चर्चाओं का बाजार गर्म है। कुछ कर्मचारियों ने इसे न्यायोचित कदम बताया है, जबकि कुछ इसे उच्चस्तरीय हस्तक्षेप के रूप में देख रहे हैं। फिलहाल उनकी जगह किसी अधिकारी की नियुक्ति नहीं हुई है। संभावित है कि स्वायत्त शासन विभाग जल्द ही कार्यशैली में व्यापक सुधार के निर्देश भी जारी करे।

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