24 News Update उदयपुर। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने 19वीं शताब्दी के अंत में अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध संघर्ष करते हुए आजादी के आंदोलन को नई दिशा और मजबूत आधार दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी सोच से आज देशभर में जनजातीय गौरव से जुड़े विविध आयोजन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री शुक्रवार को उदयपुर के शोभागपुरा स्थित एक होटल में बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह की तैयारियों की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आगामी 15 नवंबर को डूंगरपुर में आयोजित राज्यस्तरीय समारोह में अधिकतम जनभागीदारी सुनिश्चित की जाए। विद्यालयों, महाविद्यालयों और सामाजिक संगठनों को सक्रिय रूप से जोड़ा जाए तथा छात्रों को भगवान बिरसा मुंडा के जीवन, संघर्ष और बलिदान की गाथा से अवगत कराया जाए।
वंचितों तक पहुँचे जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ
मुख्यमंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पात्र व्यक्तियों तक सुनिश्चित रूप से पहुँचे। उन्होंने कहा कि जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए सरकार ने कई संवेदनशील निर्णय लिए हैं।
उन्होंने बताया कि जनजाति आवासीय विद्यालयों में मेस भत्ता वृद्धि और मां-बाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी सरकार की जनहितैषी नीतियों का प्रतीक है।
‘बिरसा मुंडा कुछ और समय जीवित रहते तो अंग्रेजों को देश छोड़ना पड़ता’
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री श्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा कि बिरसा मुंडा जैसे वीर सपूतों ने अंग्रेजी शासन के विरुद्ध अपने प्राणों की आहुति दी। स्वतंत्रता संग्राम में 170 से अधिक जनजातीय नायकों का योगदान रहा, जिन्हें नई पीढ़ी से परिचित कराना आवश्यक है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 से जनजातीय गौरव दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई और इस वर्ष को ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के रूप में मनाया जा रहा है। उन्होंने 15 नवंबर के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को भव्य और सफल बनाने का आह्वान किया। राजस्व मंत्री श्री हेमंत मीणा ने कहा कि अधिक से अधिक पात्र लोग सरकार की योजनाओं का लाभ लें। समाज के अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं को पहुँचाने के लिए सभी को सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए।
जननायक बिरसा मुंडा को भगवान का दर्जा मिला — सांसद मन्नालाल रावत
सांसद डॉ. मन्नालाल रावत ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ऐसे जननायक हैं जिन्हें आमजन ने ईश्वर के समान सम्मान दिया। आजादी के अमृत महोत्सव में जिन नायकों को याद किया गया, उनमें बिरसा मुंडा का योगदान सर्वोपरि है। उन्होंने जनजातीय गौरव वर्ष पखवाड़े के अंतर्गत प्रदेशभर में आयोजित कार्यक्रमों की जानकारी साझा की और राज्यस्तरीय समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में विधायक ताराचंद जैन, फूलसिंह मीणा, जिला प्रमुख ममता कुंवर सहित उदयपुर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और प्रतापगढ़ जिलों के जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

