24 न्यूज अपडेट, जयपुर। जयपुर में एक अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से छलांग लगाकर आत्महत्या करने वाले बिजनेसमैन के मामले में नया मोड़ सामने आया है। 42 वर्षीय भारत कुमार सैनी, जो कि एक प्रतिष्ठित आर्किटेक्ट थे, ने 18 अप्रैल को सिरसी रोड स्थित रॉयल ग्रीन सोसाइटी अपार्टमेंट की 14वीं मंजिल से कूदकर आत्महत्या कर ली। उनका शव पास से मिले सुसाइड नोट के आधार पर उनके पिता भानुप्रताप सैनी ने पुलिस में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कराया था।
भारत कुमार सैनी पिछले 10 साल से जयपुर के सीकर रोड स्थित ‘गौरव डिजायनिंग’ के नाम से एक आर्किटेक्ट व्यवसाय चला रहे थे, लेकिन वह हाल ही में आर्थिक संकट से जूझ रहे थे। उनके सुसाइड नोट में स्पष्ट रूप से एक नाम का उल्लेख था, जिसे उनके पिता ने आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। इसके बाद, बिंदायका थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी थी।
लेकिन 19 अप्रैल को, इस मामले में एक नया मोड़ आया, जब आरएएस (राजस्थान प्रशासनिक सेवा) अधिकारी मुक्ताराव और भानुप्रताप के बीच 40 लाख रुपये में राजीनामा हुआ। भानुप्रताप ने इस समझौते के बाद बिंदायका थाने में FIR वापस लेने के लिए एक लिखित आवेदन दिया। भावुक भानुप्रताप ने आरोप लगाया कि यदि आरएएस अधिकारी मुक्ताराव ने पहले ही 10 लाख रुपये की मदद कर दी होती, तो उनके बेटे की जान बच सकती थी। उनका कहना था कि वे अपना पैसा वापस पा चुके हैं, और समझौते के तहत उन्हें 40 लाख रुपये कैश में दिए गए।
इसके बाद, पुलिस ने भी पुष्टि की कि बिंदायका थाने में दर्ज FIR को वापस लेने का आवेदन प्राप्त हुआ है, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जांच जारी रहेगी। पुलिस अधिकारी एसएचओ विनोद वर्मा ने कहा कि इस मामले में जांच की प्रक्रिया में कोई भी बदलाव नहीं आया है और FIR पर कार्रवाई की जाएगी। पिता का दर्द और आरोप यह दर्शाता है कि भारत कुमार सैनी के आत्महत्या के पीछे एक गहरी और जटिल कहानी हो सकती है। राजीनामा के बाद भी, कई सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह मामला सिर्फ एक वित्तीय संकट से संबंधित था या इसके पीछे और भी कारण थे, जिन्हें समय के साथ स्पष्ट किया जाएगा। पुलिस और संबंधित अधिकारी इस मामले की पूरी तरह से जांच कर रहे हैं, ताकि घटना के असल कारणों का पता चल सके।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल खड़ा किया है कि क्या हमारे समाज में आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव इतना बढ़ गया है कि इसके कारण लोगों को आत्महत्या जैसे गंभीर कदम उठाने पड़ते हैं।
जयपुर में बिजनेसमैन की आत्महत्या, 40 लाख में हुआ राजीनामा: पिता का आरोप – “अगर पहले 10 लाख मिल जाते, तो आज मेरा बेटा जिंदा होता”

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