24newsupdate डूंगरपुर. पारिवारिक विवाद के चलते डूंगरपुर में बीजेपी नेता की हत्या की साजिश उनके ही बेटे और बेटी ने रची थी। बेटी के प्रेमी ने दो लाख रुपये में हत्या की सुपारी दी थी। हालांकि, हमले के दौरान बीजेपी नेता किसी तरह बच निकले। पुलिस ने इस षड्यंत्र का पर्दाफाश करते हुए बेटे, बेटी, बेटी के प्रेमी समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानलेवा हमला, मगर बच निकले बीजेपी नेता
एसपी मोनिका सेन ने बताया कि 22 मार्च को पूंजपुर मंडल अध्यक्ष रामजी पटेल (44) निवासी गणेशपुर पर जानलेवा हमला किया गया था। वे अपने साथी राजेंद्र पटेल के साथ कार से देवला से गणेशपुर लौट रहे थे। रतनपुरा देवला मोड़ पर बिना नंबर की बोलेरो ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रोका। इसके बाद 4-5 हमलावर लाठी और तलवार लेकर आए और उन पर हमला कर दिया। किसी तरह भागकर रामजी ने जान बचाई।
पुलिस जांच में बेटे-बेटी पर शक
थानाधिकारी तेजकरण सिंह चारण के अनुसार, जांच के दौरान पुलिस को सबसे पहले शक रामजी के बेटे हितेश पाटीदार और बेटी अंजली पाटीदार पर हुआ। अंजली की संदिग्ध गतिविधियों के चलते सख्ती से पूछताछ की गई, जिसमें उसने पूरी साजिश कबूल कर ली।
प्रेमी ने दी थी हत्या की सुपारी
अंजली ने अपने प्रेमी शिवम उर्फ जयदीप पाटीदार (20) निवासी दामडी को पिता को रास्ते से हटाने के लिए कहा। शिवम ने अपने दोस्त निखिल जोशी (35) निवासी दामडी को इस साजिश में शामिल किया। निखिल ने आगे 108 एंबुलेंस के ड्राइवर शैलेश सुरात मीणा (25) निवासी भिंडा को हत्या की सुपारी के रूप में 2 लाख रुपये दिए।
साजिश के तहत की थी 7-8 घंटे रेकी
शैलेश और उसके साथियों ने बोलेरो और स्कूटी से रामजी की 7-8 घंटे तक रेकी की। मौका मिलते ही बदमाशों ने कार को रोककर हमला कर दिया। हमलावर नकदी, मोबाइल और कार की चाबी लेकर फरार हो गए।
वारदात के बाद भी थी हत्या की कोशिश
वारदात के बाद जब रामजी की जान बच गई, तो अंजली ने प्रेमी शिवम से चैट कर “बच कैसे गया?” जैसी बातें लिखीं। उसने प्रेमी से कहा कि काम अधूरा रह गया, जिस पर शिवम ने जल्द ही इसे पूरा करने का आश्वासन दिया।
गिरफ्तार आरोपी
पुलिस ने हितेश, अंजली, शिवम, निखिल, शैलेश और सचिन रामलाल बलात (निवासी मझोला) को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच जारी है।
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