24 News Update. जयपुर। रेलवे ट्रेनों में यात्रियों को ठंडा नाश्ता, घटिया गुणवत्ता वाले कप और अधिक दामों पर बिकती पानी की बोतलों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आईआरसीटीसी ने “शुद्ध के लिए युद्ध” अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत 21 व 22 जुलाई को जयपुर, अजमेर और जोधपुर मंडलों की 23 ट्रेनों में औचक जांच कर अनाधिकृत ब्रांड के खाद्य और पेय पदार्थ जब्त किए गए।
15 की बोतल 20 में, लोकल ब्रांड की भरमार
जांच में पाया गया कि कई ट्रेनों में अधिकृत ब्रांड ‘रेलनीर’ की बजाय लोकल और बिना अनुमति वाले ब्रांड्स की पानी की बोतलें यात्रियों को 15 की जगह 20 रुपये में बेची जा रही थीं। सबसे ज्यादा शिकायतें अरावली एक्सप्रेस (14702), उदयपुर सिटी एक्सप्रेस (19610), बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस (15631) और रानीखेत एक्सप्रेस (15013/15014) से आईं।
जयपुर-पुणे एक्सप्रेस (12940) में श्रीकृष्णा ब्रांड की 50 बटर मिल्क की बोतलें और एक्वा ब्रांड का लोकल पानी जब्त किया गया।
दयोदय एक्सप्रेस (12181) में M/s फूड वार्ड के वेंडर विजय के पास से गोल्डी ब्रांड का पानी मिला।
रानीखेत एक्सप्रेस में KSI एसोसिएट्स के मैनेजर अर्जुन सिंह से बिसलरी ब्रांड के 13 बॉक्स जब्त किए गए।
आला हजरत एक्सप्रेस (14311/14322) में भी अनअथॉराइज्ड डेयरी प्रोडक्ट्स पाए गए।
घटिया गुणवत्ता, खराब कप – वंदे भारत भी चपेट में
वंदे भारत ट्रेन में यात्रियों को दिए जा रहे चाय के कप बेहद हल्की क्वालिटी के पाए गए जो लीक कर रहे थे। जबकि इस प्रीमियम ट्रेन में हार्ड कप का उपयोग अनिवार्य है। इस लापरवाही पर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ जुर्माना लगाने की अनुशंसा की गई है।
यात्रियों की शिकायतों से शुरू हुआ एक्शन
IRCTC के महाप्रबंधक मुकेश सैनी के अनुसार, “1 से 20 जुलाई तक हमें ‘रेल मदद’ ऐप और ट्विटर पर सैकड़ों शिकायतें मिलीं। प्रमुख शिकायतें थीं
तय रेट से अधिक पैसा वसूलना
बिना अनुमति वाले पानी व खाद्य उत्पादों की बिक्री
खाने की गुणवत्ता में कमी
अवैध वेंडिंग”
इन्हीं शिकायतों के आधार पर 21 जुलाई से विशेष जांच अभियान शुरू किया गया। महज दो दिन में ही 23 ट्रेनों में बड़ी मात्रा में अवैध सामान पकड़ा गया और संबंधित वेंडरों पर जुर्माना लगाने की संस्तुति की गई। कुछ मामलों में जुर्माना राशि 25 हजार रुपये से अधिक प्रस्तावित है।
बेस किचन और नाश्ते पर भी नजर
जयपुर बेस किचन में सुबह 5 बजे जांच की गई। नाश्ता गर्म न होने की शिकायत सही पाई गई क्योंकि हीटिंग इक्विपमेंट ठीक से काम नहीं कर रहे थे। कुछ किचनों में एग्जॉस्ट सिस्टम भी खराब पाया गया जिसे तुरंत सुधारा गया। इस पूरे अभियान में रेलवे के मेडिकल विभाग से फूड सेफ्टी ऑफिसर भी शामिल किए गए हैं। जयपुर, जोधपुर और अजमेर के सभी लाइसेंस प्राप्त किचनों से फूड प्रोडक्ट्स के सैंपल लेकर लैब जांच के लिए भेजे गए हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
अभियान 30 जुलाई तक चलेगा
IRCTC का यह अभियान 30 जुलाई तक चलेगा। चारों रेलवे मंडलों – जयपुर, अजमेर, जोधपुर और बीकानेर – के DCM इसमें सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं। जयपुर DCM खुद भी ट्रेनों में चेकिंग कर रहे हैं। रोजाना की कार्रवाई की रिपोर्ट तैयार की जा रही है और यात्रियों के फीडबैक के आधार पर ट्रेनों और इलाकों की निगरानी बढ़ाई गई है।
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