24 News update, चित्तौड़गढ़।
चित्तौड़गढ़ रेलवे स्टेशन पर रविवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जब एक युवक ने 13 वर्षीय नाबालिग बच्ची और उसकी मां पर एसिड से हमला कर दिया। हमले में बच्ची की दोनों आंखें झुलस गईं, जबकि मां को मामूली चोटें आईं। घटना के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को चंदेरिया क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की पहचान महू, इंदौर (मध्यप्रदेश) निवासी इस्माइल (28) पुत्र मोहम्मद हारून के रूप में हुई है।
सूचना मिलते ही हरकत में आई पुलिस
जीआरपी थाना अधिकारी अनिल देवल ने बताया कि हॉस्पिटल चौकी से घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर रवाना हुई। पीड़ित मां-बेटी से पूछताछ के साथ ही प्लेटफॉर्म के स्टॉल संचालकों से जानकारी जुटाई गई। सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान कर कुछ ही घंटों में उसे दबोच लिया गया। सर्च ऑपरेशन में आरपीएफ की टीम ने भी सहयोग किया।
आरोपी पूर्व रेलवे कर्मचारी, बैग से मिला मिर्च पाउडर और अतिरिक्त एसिड
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी इस्माइल पूर्व में रेलवे में अटेंडर के पद पर कार्यरत था, लेकिन नौकरी छोड़ने के बाद भी रेलवे परिसरों में लगातार घूमता रहता था। तलाशी के दौरान आरोपी के बैग से मिर्च पाउडर और अतिरिक्त एसिड की बोतलें भी बरामद हुईं, जिससे उसके आपराधिक इरादों की पुष्टि हुई।
पीड़ितों की आपबीती
दमोह (मध्यप्रदेश) निवासी पीड़ित मां-बेटी ईद के अवसर पर अजमेर गई थीं और दो दिन पूर्व ही चित्तौड़गढ़ पहुंची थीं। वे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 4 पर अस्थायी रूप से रुकी हुई थीं। रविवार को शौच के लिए जाते समय आरोपी ने पीछा किया और टोके जाने पर एसिड से हमला कर दिया।
गनीमत रही कि एसिड हल्की गुणवत्ता का था
थानाधिकारी ने बताया कि आरोपी के पास हल्की गुणवत्ता का एसिड था, जिससे मां को अधिक नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, बच्ची की एक आंख को गंभीर क्षति पहुंची है और उसका इलाज विशेष निगरानी में जारी है।
एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत, आरोपी के खिलाफ पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जांच जारी
एफएसएल टीम ने घटनास्थल से सबूत जुटाए। आरोपी इस्माइल के खिलाफ इंदौर में भी आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं, जिसकी जानकारी मंगवाई जा रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी पीड़िता पर गलत नजर रखता था और विरोध करने पर हमले को अंजाम दिया।
तत्काल कार्रवाई में लगी टीम
इस कार्रवाई में जीआरपी अजमेर, उदयपुर और चित्तौड़गढ़ की टीमों ने समन्वय से कार्य किया। कार्रवाई में इंस्पेक्टर अर्पण चौधरी, थानाधिकारी गोरधन सिंह, एएसआई गिरधारी सिंह, महिला कांस्टेबल विध्याकंवर सहित पुलिस व आरपीएफ के जवान शामिल रहे।

