बांसवाड़ा | 24 न्यूज अपडेट
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा से बांसवाड़ा आ रही एक रोडवेज बस में सफर कर रही गर्भवती महिला ने बीच रास्ते में बेटे को जन्म दिया। सड़क खराब होने के कारण अचानक महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। स्थिति बिगड़ती देख अन्य यात्रियों ने बस रुकवाई और बस में सवार महिलाओं ने मिलकर सुरक्षित डिलीवरी करवाई। इसके बाद प्रसूता और नवजात को बस से ही महात्मा गांधी चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां दोनों को भर्ती किया गया।
महिलाओं ने दिखाई तत्परता, बस में करवाई सुरक्षित डिलीवरी
बांसवाड़ा जिले के सज्जनगढ़ निवासी कमला गरासिया अपने पति के साथ रोडवेज बस से सफर कर रही थीं। जब बस बांसवाड़ा शहर के कस्टम चौराहे के पास पहुंची, तो कमला को अचानक प्रसव पीड़ा होने लगी। बस में मौजूद महिलाओं ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए आपसी सहयोग से प्रसव की तैयारी की और सीमित संसाधनों में नॉर्मल डिलीवरी करवाई।
अस्पताल में भर्ती, मां-बेटा दोनों स्वस्थ
डिलीवरी के बाद बस को तुरंत अस्पताल की ओर मोड़ा गया। बस में सवार शारीरिक शिक्षक मनीष वसीटा ने प्रसूता और नवजात को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया। डॉक्टर अनिल जैन ने बताया कि बच्चे का वजन 2.6 किलोग्राम है और मां-बेटे दोनों स्वस्थ हैं। दोनों को फिलहाल निगरानी में रखा गया है।
महिला के पति बालेश्वर ने बताया कि वे सागवाड़ा काम से गए थे और लौटते समय अचानक दर्द बढ़ गया, जिसके बाद बस में ही महिलाओं ने प्रसव कराया।

