24 News Update उदयपुर, पद्मविभूषण डॉ मोहन सिंह मेहता “ भाईसाहब“ द्वारा वर्ष 1931 में स्थापित विद्या भवन के 94 वे स्थापना दिवस पर विद्या भवन स्कूल मैदान से लेकर फतेहसागर ओवरफ्लो तक ढाई किलोमीटर लंबी अभूतपूर्व रैली का आयोजन हुआ।
स्वच्छ,शिक्षित, समृद्ध, स्वावलंबी उदयपुर के अपने मिशन को अभिव्यक्त करते अनेक प्रेरणादायी संदेशों की तख्तियां लिए दो हजार स्कूल कॉलेज विद्यार्थियों, शिक्षकों , किसानों, कार्यकर्ताओं ,पूर्व विद्यार्थियों, गणमान्य नागरिकों ने रैली में भाग लिया।
रैली में “शिक्षित नारी – शिक्षित परिवार “, “स्वार्थ से सिर्फ अपना हित- नैतिकता से सबका हित“, “झीलों का लौटाएंगे सम्मान -उदयपुर को बनाएंगे महान“, “जल बचाएंगे , वायु सुधारेंगे -जलवायु को अनुकूल बनाएंगे“, “मिलकर हम कदम बढ़ाएं -उदयपुर को स्वच्छ बनाएं“,“संवेदनशील समाज की यही पहचान दृ हर बच्चे को मिले सम्मान और ज्ञान“, “जैविक खेती- उन्नत खेती“ जैसे अनेक प्रेरणादायी व दायित्व बोध कराती तख्तियां प्रदर्शित की गई।
रैली को हरी झंडी दिखाने जिला कलेक्टर नमित मेहता विद्या भवन पहुंचे तथा रैली का हिस्सा बने। फतेहसागर पाल पर अपने उद्बोधन में जिला कलेक्टर ने विद्या भवन की उदात्त परपंराओं व मूल्य आधारित शिक्षा का उल्लेख करते हुएकहा कि स्वच्छता रैंकिंग में उदयपुर पूरे भारत में 13 वे स्थान पर आया है जो गर्व की बात है।इसे प्रथम स्थान पर लाने के लिए सप्ताह में सभी एक घंटा शहर के लिए दे। अपने परिसर, अपने मोहल्ले,अपने शहर को स्वच्छ रखें।
फतेहसागर से रैली पुनः विद्या भवन ग्राउंड पहुंची जहां आबकारी आयुक्त नकाते शिवप्रसाद ने गांव के एक साधारण विद्यार्थी से आई ए एस तक के सफर को साझा किया। नकाते ने कहा कि जाति, लिंग व धर्म भेद से ऊपर उठकर समान रूप से सभी को शिक्षा का अवसर प्रदान करने का विद्या भवन का उद्देश्य अनुकरणीय हैं । उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक मूल्यों, स्वस्थ परंपराओं तथा आधुनिक शिक्षण विधियों, तकनीकों के समावेश से जागरूक , नागरिक बनाने के क्षेत्र में विद्या भवन का विशिष्ठ स्थान है। उन्होंने विद्यार्थियों, अभिभावकों, शिक्षकों से आग्रह किया कि वे सकारात्मक तथा आशावादी दृष्टिकोण के साथ अपनी रुचि के विषय व क्षेत्र में तन्मयता व पूर्व प्रतिबद्धता से आगे बढ़े। जीवन में असफलताओं से घबराएं नहीं तथा योग व प्रणायाम से अपने मानसिक स्वास्थ्य को उत्तम बनाए रखे।
इस अवसर पर विद्या भवन के अध्यक्ष, उद्योगपति व शिक्षाविद डॉ जितेंद्र कुमार तायलिया ने कहा कि विद्या भवन में शीघ्र ही एक विश्वस्तरीय नर्सरी स्कूल तथा आधुनिक सुविधाओं से युक्त स्पोर्ट्स एकेडमी प्रारंभ होगी ।उन्होंने कहा कि छह वर्ष पश्चात विद्या भवन 100 वर्षों का हो जाएगा। यह उदयपुर सहित पूरे भारत के लिए एक गौरव का अवसर होगा
विद्या भवन के सी ई ओ , पूर्व आई ए एस राजेंद्र भट्ट ने संस्थापक सदस्यों मोहन सिंह मेहता, देश के शिक्षा मंत्री रहे कालूलाल श्रीमाली, शिक्षाविद दादाभाई बोर्डिया का स्मरण करते हुए विद्या भवन के नवाचारों तथा सर्वांगीण विकास मूलक शिक्षण परंपराओं पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के वर्ष 1970 बेच के विद्यार्थी,भेल के पूर्व महाप्रबंधक जगदीश प्रसाद आचार्य ने की। उन्होंने जीवन में परोपकार व सदाचार को अपनाने का आग्रह रखा।विशिष्ठ अतिथि नरेंद्र मारु थे।
स्थापना दिवस समारोह में विद्या भवन की दस संस्थाओं के विद्यार्थियों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। प्रारंभ में प्राचार्य पुष्पराज सिंह राणावत ने सभी का स्वागत किया। कार्यक्रम में विद्या भवन बोर्ड की सदस्या पुष्पा शर्मा, उपाध्यक्ष हंसराज चौधरी, मानद सचिव गोपाल बंब सहित शहर के अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहें। धन्यवाद व्यवस्था सचिव शैलेंद्र सिंह बारहठ ने दिया।

