Site icon 24 News Update

पाली में परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़: रात के सफर में साली की ड्राइविंग, ट्रक से टक्कर, 4 की मौत, 3 अस्पताल में भर्ती

Advertisements

24 news update पाली. शुक्रवार तड़के पाली जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र में ब्यावर-पिंडवाड़ा हाईवे पर जाखा नगर बाइपास के पास एक भीषण सड़क हादसे में एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा सुबह करीब 3:15 बजे हुआ, जब तेज रफ्तार इनोवा कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। मृतकों में सुरेश रावल (49), उनकी पत्नी सीता (45), बेटा प्रहलाद (14) और भांजा विष्णु (14) शामिल हैं। घायलों में अनिता (38), दीया (18) और हर्षिता (18) हैं, जिनका सुमेरपुर के राजकीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

हादसे से पहले की कहानी
मुंबई से अपने गांव डायलाना कलां (खिंवाड़ा, पाली) लौट रहे सुरेश रावल अपने परिवार के साथ इनोवा कार में सवार थे। कार में सुरेश, उनकी पत्नी सीता, बेटा प्रहलाद, बेटी हर्षिता, साली अनिता, अनिता की बेटी दीया और बहन सीमा का बेटा विष्णु थे। गुरुवार रात करीब 1:30 बजे परिवार सिरोही के बाबा रामदेव होटल पहुंचा, जहां सभी ने खाना खाया। खाना खाने के बाद सुरेश, जो लगातार कार चला रहे थे, थक गए और उन्होंने अपनी साली अनिता से कहा, “मैं थक गया हूं, अब तुम कार चलाओ।” अनिता, जो मुंबई जैसे व्यस्त शहर में कार चलाने में माहिर थी, ने ड्राइविंग शुरू की।

40 किमी बाद हादसा
होटल से करीब 40 किमी दूर, सुमेरपुर के सुदामा होटल के पास ब्यावर-पिंडवाड़ा हाईवे पर कार सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। ड्राइवर साइड का एयरबैग खुलने से अनिता की जान बच गई, लेकिन सामने बैठी उनकी बहन सीता के सामने वाला एयरबैग नहीं खुला, जिससे उनकी मौत हो गई। पीछे सो रहे सुरेश, प्रहलाद और विष्णु की भी मौके पर मौत हो गई। दीया और हर्षिता घायल हो गईं।

अनिता का सवाल: मैं अस्पताल कैसे पहुंची?
हादसे के बाद अनिता को जब होश आया, तो वे सुमेरपुर अस्पताल में थीं। उन्होंने अपनी ममेरी बहन निशा से पूछा, “मैं अस्पताल में क्या कर रही हूं? मैं यहां कैसे पहुंची? मेरी बेटी और परिवार कहां हैं?” निशा के लिए जवाब देना मुश्किल था। उसने हिम्मत जुटाकर कहा कि बाकी लोग डायलाना कलां गए हैं और जल्द आ जाएंगे। नर्सिंग स्टाफ ने अनिता को कम बोलने और आराम करने की सलाह दी।

गांव में मातम, एक साथ निकलीं तीन अर्थियां
शनिवार सुबह डायलाना कलां गांव में सुरेश, सीता और प्रहलाद की अर्थियां एक साथ निकलीं, जिसे देख हर आंख नम हो गई। पूरा गांव अंतिम यात्रा में उमड़ा। विष्णु का अंतिम संस्कार किशनपुरा (केनपुरा) गांव में हुआ। हादसे की खबर से गांव में शोक की लहर दौड़ गई और परिवार में बचे वृद्ध सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।

पुलिस जांच और संभावित कारण
सुमेरपुर सदर थाना के SHO भगाराम के मुताबिक, हादसा संभवतः नींद की झपकी के कारण हुआ, जिससे ड्राइवर अनिता कार का संतुलन खो बैठीं। पुलिस ने ट्रक चालक से पूछताछ शुरू की है और मामले की विस्तृत जांच कर रही है। क्षतिग्रस्त कार को क्रेन की मदद से हटाया गया और शवों को सुमेरपुर अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया।

Exit mobile version