24 News update उदयपुर। राजस्थान के आदिवासी उपयोजना (टीएसपी) क्षेत्रों में शराब की बिक्री बड़े पैमाने पर हो रही है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, ग्रामीण इलाकों में कुल 358 शराब दुकानें संचालित हैं, जिनमें से अकेले उदयपुर जिले में 188 दुकानें हैं। यह संख्या पूरे राज्य की कुल दुकानों का आधे से भी अधिक हिस्सा है।
उदयपुर सबसे आगे
टीएसपी क्षेत्र के 8 जिलों में से उदयपुर में सबसे ज्यादा शराब दुकानें संचालित हो रही हैं। यहां की 188 दुकानें न केवल अन्य जिलों से कहीं ज्यादा हैं, बल्कि यह आंकड़ा पूरे प्रदेश के लिए चिंता का विषय बन गया है। ग्रामीण व आदिवासी बहुल इन क्षेत्रों में इतनी बड़ी संख्या में शराब दुकानों का होना सामाजिक संगठनों के लिए चिंता का विषय है। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे आदिवासी समाज के स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ता है। महिलाओं के संगठनों ने भी समय-समय पर शराबबंदी की मांग उठाई है, लेकिन आंकड़े बताते हैं कि सरकारी नीतियां अभी भी राजस्व को प्राथमिकता दे रही हैं। 358 शराब दुकानों में से अकेले उदयपुर की हिस्सेदारी आधे से ज्यादा होना इस बात का संकेत है कि राज्य के सबसे बड़े आदिवासी जिले में शराब का प्रसार गहराई तक है। अब यह देखना होगा कि सरकार इस दिशा में नियंत्रण और वैकल्पिक सुधारात्मक कदम कितनी गंभीरता से उठाती है।
अन्य जिलों की स्थिति
प्रतापगढ़ में 62
डूंगरपुर में 37
बांसवाड़ा में 36
सिरोही में 28
पाली में 4
राजसमंद में 2
चित्तौड़गढ़ में 1 शराब दुकान संचालित है।
टीएसपी के ग्रामीण इलाकों में 358 शराब दुकानें, अकेले उदयपुर में आधे से ज्यादा

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