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होलिका दहन की राख से आती है घर में सुख-शांति

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24 न्यूज अपडेट़.फीचर डेस्क। आज हर तरफ होली की धूम है। आज शाम को होलिका दहन की धूम मचेगी। कल रंग-गुलाल के साथ होली का आनंद लिया जाएगा। होलिका दहन के साथ हमारी संस्कृति में बहुत सारी मान्यताएं भी जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तो होलिका दहन की राख को भी बहुत ही लाभकारी कहा गया है। राख से जुड़े कुछ उपाय ज्योतिष बताते हैं व कहते हैं कि इससे व्यक्ति की सारी परेशानियां दूर हो सकती हैं। इसके अलावा होलिका दहन की अग्नि से उठने वाले धूएं की दिशा से भी भविष्यवाणियां होती हैं। मान्यता है कि होली की राख से घर में सुख-शांति आती है। होली दहन के बाद राख को घर ले आएं व पोटली बना कर अपने पास सहेज लें। इसके बाद जब भी कोई शुभ मुहूर्त या दिन हों, घर के सभी कोनों में उस राख को छिड़क दें। बताते हैं कि इससे घर के झगड़े खत्म होंगे और सुख-शांति आती है। इसके अलावा घर में पैसों की किल्लत है, खर्चा बहुत हो रहा है। आर्थिक तंगी से परेशान हैं तब भी होली की राख को लाल रंग के कपड़े में बांधकर लॉकर में या फिर जहां भी धन रखते हैं वहां पर रखने से आर्थिक स्थिति में अचानक सुधार हो जाएगा। इसके अलावा अगर आप किसी नकारात्मक ऊर्जा से पीड़ित हैं व नजर लग रही है उससे परेशान हो रहे हैं तो यह उपाय आपके लिए है। आपको करना यह होगा कि होली की राख को ताबीज बना कर गले में पहनना होगा। राहु-केतु और शनि की बुरी दृष्टि को हमेशा होली की राख बचाते हैं व मन को शांत करती है। कई लोग राख को शिवलिंग पर विधिवत चढ़ाते हैं तो भी मन शांत हो जाता है। नवग्रह पीड़ा से परेशान है तो राख को जल में मिला कर स्नान आदि कीजिए। ऐसी बीमारी से पीडित है जो लंबे समय से परेशान कर रही है तब भी होली की राख का टीका बीमार व्यक्ति के माथे पर लगा दें, फर्क साफ दिखाई देगा। इसके अलावा राख के साथ नमक और राई को मिला कर रख लें, जब भी नजर उतारनी हो, इससे उतार सकते हैं।
क्या बताती है धुएं की दिशा
होलिका दहन के दौरान आग व धुएं की दिशा से भी शुभ और अशुभ की भविष्यवाणी होती है। होलिका दहन का धुंआ या अग्नि की लपटें पूर्व की ओर जा रही हैं तो यह सभी लोगों के लिए शुभ व मंगलकारी है। सुखी का वास है व इसमें वृद्धि होने वाली है। धुंआ दक्षिण दिशा की ओर जा रहा है तो अकाल व सत्ता परिवर्तन की संभावना है। पश्चिम की ओर अग्नि जाने पर कहा जाता है कि इससे लोगों के बीच में प्रेम और भाईचारे में बढोत्तरी होने वाली है। धुआं उत्तर की ओर गया तो समझ लीजिए कि इस बार फसल बंपर होने वाली हैं। धुंआ पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण दिशा की ओर नहीं गया और सीधा ही लपट आकाश को जा रही है तो भी सत्ता परिवर्तन या शोक की कोई बात हो सकती है।

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