24 न्यूज अपडेट उदयपुर। मार्बल व्यवसायी कपिल सुराणा के मामले में हमले के बाद से राजनीतिक तवा गर्म हो चुका है। लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद के समीकरण प्रशासनिक हलकों को बेचैन कर रहे हैं। डर लगने लगा है कि कहीं अतीत के कागज वर्तमान की लहर पर सवार होकर उनका पीछा नहीं करने लग जाएं। अब तक जो किरदार पर्दे के पीछे से खेल कर रहे थे अब उनके नाम लोगों की जुबां पर आ गए हैं। आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बीच जैसे-जैसे गिरफ्तारियां हो रही हैं, राजनीतिक और सामाजिक पक्ष भी खुलकर लामबंद होते नजर आ रहे हैं। उदयपुर की कैलाशपुरी पंचायत के राया गांव और राजसमंद के गोड़च पंचायत की बीच स्थित आईटीसी ग्रुप द्वारा संचालित मेमेंटोज होटल एंड रिसोर्ट के ममाले का खेल भी अब सामने आने लगा है। राजनीतिक लॉबियों की सरपरस्ती में अब तक जमकर बेटिंग कर रही पुलिस व प्रशासनिक हस्तियां अचानक गेमचेंजर बदलाव से हैरान-परेशान हो गईं हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि जमी जमाई फिल्डिंग अचानक कैसे ढ़हती नजर आ रही है। जिनका पक्ष अब तक लिया उनके साथ खड़े हों या फिर नए समीकरणों और दबावों के चलते अपना पक्ष व पाला बदलते हुए जांच की आंच को खुद तक आने से रोकें। चुनाव के नतीजों के बाद तीन प्रमुख अफसरों के नपने की भी खबरें आ रही हैं।
आज मार्बल व्यवसायी कपिल सुराणा पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस की ओर से गिरफ्तार करने की जद में आए लक्ष्मण सिंह झाला के समर्थकों ने सुखेर थाने के बाहर प्रदर्शन किया। झाला की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी ने कल आह्वान किया था कि रापजूत समाज एकजुट होकर आएं। मंगलवार को विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी सुखेर चौराहे पर इकट्ठा हुए और सुखेर थाने पहुंचकर लक्ष्मण सिंह झाला की गिरफ्तारी का विरोध दर्ज कराया। इस दौरान झाला की पत्नी ने तीखे तेवर में कहा कि जब तक एसपी मौके पर नहीं आएंगे वे नहीं जाएंगे। उन्होने कटारिया, एसपी व कलेक्टर पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उन्होंने कपिल सुराणा को भी शाम तक गिरफ्तार करने की मांग की। झाला की पत्नी ने सवाल किया कि झाला आखिर कहां हैं? चौबीस घंटे बाद भी पुलिस बता नहीं रही है कि गिरफ्तार किया भी है या नहीं। झाला पूजा-पाठ के लिए हिमाचल प्रदेश गए थे, उन्हें वहां से गिरफ्तार करना अनुचित व गैर कानूनी है। इधर, इस मामले में राजपूत संगठनों ने कहा है कि सर्व समाज की ओर से 24 तारीख को कलक्ट्रेट पर प्रदर्शन होगा। आपको बता दें कि उदयपुर की कैलाशपुरी पंचायत के राया गांव और राजसमंद के गोड़च पंचायत की बीच आईटीसी ग्रुप द्वारा मेमेंटोज होटल एंड रिसोर्ट बनाया गया है। उसकी जमीन को लेकर भी विवाद है व पक्ष व विपक्ष में जबर्दस्त राजनीत हो रही है। पिछले कुछ सालों में हालत यह हो गई थी कि वहां हुई पटवारी से लेकर तहसीलदार स्तर तक की पोस्टिंग व ट्रांसफर तक पर कई गंभीर सवाल उठने लगे हैं। कोई कह रहा है कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के लिए यह बिसात बिछाई गई। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) की ओर से भी 50 एकड़ में फैले मेमेंटोज होटल एंड रिसोर्ट प्रोपर्टी को बगैर स्टाम्प ड्यूटी चुकाए शुद्धिपत्र की आड़ में एक जॉइंट वेंचर कंपनी से अन्य दो कंपनियों के नाम ट्रांसफर करने का नोटिस दिया गया है।
सुखेर थाने पर झाला की गिरफ्तारी का जंगी विरोध, 24 को कलेक्ट्री पर प्रदर्शन का ऐलान, लोकसभा नतीजों के बाद नप सकते हैं हाई पावर गेम खेलने वाले तीन बड़े अफसर

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