24 न्यूज अपडेट, जयपुर। हनुमानगढ़ में रविवार को डीएसटी और थाना टाउन पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी हासिल की। सब्जी से भरे एक ट्रक की तलाशी के दौरान पुलिस को अफीम और डोडा पोस्त की भारी खेप मिली, जिसे देख पुलिस भी हैरान रह गई। फल और सब्जियों के नीचे छिपा था नशे का नेटवर्क—जिसे पंजाब के दो तस्कर संचालित कर रहे थे।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान हरजीत सिंह उर्फ गोरा (38) और मेहर सिंह उर्फ काका (20) के रूप में हुई है, दोनों पंजाब के तरनतारण जिले के रहने वाले हैं। पूछताछ में खुलासा हुआ कि ये दोनों लंबे समय से फल-सब्जी के ट्रक की आड़ में मादक पदार्थों की तस्करी कर रहे थे।
एसपी अरशद अली ने बताया कि ट्रक से 10 किलो अफीम और 30 किलो डोडा पोस्त चूरा जब्त किया गया है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कुल कीमत 55 लाख रुपये आंकी गई है। कार्रवाई के दौरान पुलिस को संदेह हुआ कि केलों से भरा यह ट्रक कुछ छिपा रहा है। जैसे ही ट्रक को भारत माता ओवर ब्रिज के नीचे, रावतसर रोही कोहला रोड पर रोका गया और तलाशी ली गई—तो ट्रक की परतों के नीचे छिपी थी काले धंधे की सच्चाई।
दोनों आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि इनका नेटवर्क कितना बड़ा है और किन-किन राज्यों में फैला हुआ है।
एसपी ने साफ किया कि जिले में नशे के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर सख्ती से अमल किया जा रहा है। सभी थाना प्रभारियों और डीएसटी यूनिट्स को विशेष निर्देश दिए गए हैं कि मादक पदार्थों की हर खेप पर नजर रखी जाए।
इस हाई-प्रोफाइल ड्रग बस्ट ऑपरेशन में डीएसटी टीम की विशेष भूमिका रही। टीम में एसएचओ सुभाष चंद्र, कांस्टेबल प्रदीप सिंह, देवीलाल, प्रदीप कालवी और चालक भीमसेन ने मिलकर ट्रक को ट्रैक कर तस्करों की इस चालबाज़ी को नाकाम कर दिया।
हनुमानगढ़ पुलिस की इस कार्रवाई से साफ है—अब नशे का कारोबार करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे सब्जियों की बोरियों में ही क्यों न छिपे हों।
Discover more from 24 News Update
Subscribe to get the latest posts sent to your email.