24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। ये खिलखिलाते, मुस्कुराते और चहकते बच्चे पांचवी बोर्ड की परीक्षा देकर निकले हैं। किसी जमाने में बोर्ड की परीक्षा दसवीं तक ही सीमित थी मगर अब बच्चों का पांचवीं में ही बोर्ड का इम्तेहान लिया जाने लगा है। आज पूरे राजस्थान में करीब 14 लाख बच्चों ने एक साथ सुबह 8 से साढे 11 बजे के शेड्यूल में परीक्षा दी। उदयपुर में परीक्षा जिम्मा डाइट के पास है। उदयपुर में 68 हजार 886 बच्चे परीक्षा दे रहे हैं। पहले दिन अंग्रेजी का पेपर था जो औसत रहा। बच्चों ने कहा कि सवाल आसान थे, जो पढकर आए वो प्रश्न पेपर में मिल गए। इधर, इस परीक्षा को लेकर दो कमियां सामने आई हैं जिन पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। आज परीक्षा शुरू होने से पहले जो पेपर दिए गए उन पर एग्जाम की पुरानी तारीखें व पुराना समय ही लिखा हुआ था। आपको बता दें कि इससे पहले ये परीक्षाएं लोकसभा चुनावों के दौरान होने से स्थगित कर दी गईं थी। बच्चों को अब गर्मी से परेशानी नहीं हो इसलिए समय भी दोपहर 11 बजे से बदल कर सुबह 8 बजे का कर दिया गया है। राजस्थान पंचायती राज एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेशाध्यक्षशेर सिंह चौहान ने बताया कि परीक्षा आगे सरकने के साथ ही सभी पेपर पर लगाई गई चिट भी बदली जानी थी मगर ऐसा नहीं किया गया। चिट पर पुरानी तारीखें व समय अंकित है। ऐसे में कंफ्यूजन होने की संभावना बनती है। पेपर बंद लिफाफे पर लिखे तथ्य शिक्षकां को थोड़ा कन्फ्यूज कर सकते है। पांचवी कक्षा प्रदेश स्तरीय मूल्यांकन है ऐसे में पेपर बनाने वाली एजेंसी को निर्देश देकर तारीख बदने पर सूचनाएं भी दुरूस्त करवाई जानी थी। इधर एक और चूक जो सामने आई है वो यह है कि पांचवीं के बच्चों के सभी पेपर बेक टू बेक हैं, कोई गेप नहीं है। जबकि दसवीं की परीक्षा तक में बोर्ड ने हर पेपर में गेप दिया है। परीक्षाएं आज शुरू हो गईं और ये लगातार चलेंगी। अभिभावकों का कहना है कि यदि वास्तव में सरकार सीरियसली बच्चों की पांचवीं में बोर्ड की परीक्षाएं करवाना चाहती हैं तो बच्चों को स्ट्रेस से बचाने के लिए गेप देना जरूरी है।
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