24 न्यूज अपडेट. चित्तौड़गढ़। वाल्मीकि समाज के युवक अभय कण्डारा के साथ चितौडगढ़ की होटल आराधना में हुई मारपीट और उसे छत से तीन मंजिल से नीचे फेंक देने के मामले में समाज में गहरा आक्रोष हैं। आज वाल्मीकि समाज की ओर से जिला कलक्ट्रेट पर जंगी प्रदर्शन किया गया व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने, 50 लाख का मुआवजा देने, हत्याकांड में शामिल 7 अन्य लोगों को गिरफ्तार करने, होटल संचालकों को भी सलाखों के पीछे भेजने तथा इस मामले में धीमी गति से व एकतरफा रूप से जांच कर रहे जांच अधिकारी को बदलने की मांग की गई। प्रदर्शन के बाद समाजजनों ने आईजी और कलेक्टर को ज्ञापन दिया जहां से यह आश्वासन मिला कि हर संभव मदद कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें कि चित्तौड़गड़ में घटना के बाद अभय कंडारा की उदयपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने होटल पर भी प्रदर्शन किया था। आज प्रदर्शन करने वाले समाजजनों ने कहा कि उन्हें होटल मैनेजमेन्ट की मिलीभगत का शक है। पुलिस प्रशासन द्वारा उक्त प्रकरण में ढुलमुल रवैया अपनाया जा रहा है जिससे समाज में भारी आक्रोष है। पुलिस प्रशासन व राज्य सरकार द्वारा उक्त प्रकरण की निष्पक्ष जांच नहीं हो रही है। जाँच अधिकारी (एइओ) को हटाकर किसी दूसरे जाँच अधिकारी से जाँच करवाई जाए।
पूर्व पार्षद राकेश खोखावत ने बताया कि सेक्टर 5 उदयपुर में रहने वाले अध्यापक अशोक कंडारा के पुत्र अभय कंडारा की होटल में मौत हो गई। अभय चित्तौड समाज के आयोजन में गया था। वह रिश्तेदारों के साथ वहां पर आराधना होटल में ठहरा था। इसी होटल में पास के रूम नंबर 108 में कुछ युवक युवतियां ठहरे हुए थे। जब अभय और साथी परिजन युवा खाना खाकर वापस आए तो उनके रूम नंबर 109 की चाबी काउंटर पर ही रह गई। चार में से एक युवक चाबी लेने गया तो पीछे से गलती से युवकों ने 108 रूम नंबर का दरवाजा खोल कर नोक किया। इस पर उसमें ठहरे युवा बाहर निकले व बहसबाजी कर मारपीट कर दी। इस बीच नीचे गया युवक चाबी लेकर आ गया व सबको समझा कर कमरे में ले गया। कमरा लॉक नहीं हुआ व चाबी बाहर रह गई। बाद में पास के कमरे में ठहरे लोगों ने आकर सरिये, पाइप से कमरों में घुस कर मारपीट कर दी। तीन में से दो जनों के फ्रेक्चर हुआ। हंगामे के बीच बाकी सब भाग गए मगर अभय फंस गया। वे लोग अभय, के साथ मारपीट करते रहे। होटल वालों ने हंगामे के बाद भी पुलिस को फोन नहीं किया। अभय से मारपीट करते हुए आरोप है कि उसको तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया गया। इसके बाद पास में ठहरे लोग रूम खाली कर भाग गए। वे लोग एक आईडी पर नौ जने रूके हुए थे। इसके बाद भागे हुए युवकों की शिकायत पर पुलिस आ गई। अभय छत पर नहीं मिला। किसी ने कहा कि पीछे किसी के गिरने की आवाज आई थी। नीचे जाकर देखा तो वह घायल पड़ा था। अभय को उदयपुर लाया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। उदयपुर डेथ हो गई। ठहरा हुआ एक युवक चित्तौडगढ से था तो बाकी सब नीमच के थे। प्रदर्शन करने वालों में पुष्कर चौहान अध्याक्ष मेवाड़ वाल्मीकि पंचायत उदयपुर, राकेश खोखावत, पूर्व पार्षद कपिल राठौड युवा नेता, जगदीश खोखर, तीरथसिंह खेरालिया सचिव शहर जिला कांग्रेस कमेटी गोपाल टांक समाजसेवी, मदन केसरिया बीएमएस अध्यक्ष नगर निगम, महिपाल चौहान सुनील चौहान, धीरज गावरी, आशीष गावरी, लखन पंवार, किशोर मलहोत्रा, सोनू मलहोत्रा, कालू परदेसी, ललित कल्याणा, महेश सरसिया, सहित बड़ी संख्या में समाज के युवा, महिलाए, नगर निगम के कर्मचारी आदि मौजूद थे। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि मैं चित्तौड़गढ़ में कलेक्टर रहा हूं, व्यक्तिगत रूप से मामले की निगरानी करूंगा। इधर, इस मामले में बताया गया कि पूर्व में भी 108 नंबर कमरे में महिला की मौत हो गई थी। उसमें होटल मालिक सजा काटकर आ चुका है। इस मामल में अब तक एक लडके व एक महिला को ही गिरफ्तार किया गया था। कुल 9 जने एक ही आईडी पर ठहरे थे।
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