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लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में भारतीय भाषा उत्सव का आयोजन

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24 न्यूज अपडेट. डबोक। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग एवं एनसीटीई से प्राप्त परिपत्र की अनुपालना में बुधवार को जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ (डीम्ड टू बी विश्वविद्यालय) उदयपुर के संघटक लोकमान्य तिलक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय, डबोक में ’भारतीय भाषा उत्सव’ का आयोजन किया गया। प्रसिद्ध तमिल कवि सुब्रह्मण्यम भारती की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम का आरंभ माँ शारदे के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ। समस्त विभागाध्यक्षों , संकाय सदस्यों एवं प्रशिक्षणार्थियों की गरिमायी उपस्थिति में आयोजित समारोह के उद्देश्य एवं रूपरेखा डॉ. अमित कुमार दवे ने प्रस्तुत की। “भारतीय भाषा उत्सव “ कार्यक्रम संयोजिका डॉ. अमी राठौड़ के दिशा निर्देश में समारोह को सधी हुई गति प्रदान की गई। लोकगीत भाषा को जीवंत रखने का माध्यम है, उक्ति को सार्थक करते हुए राजस्थानी गीत की प्रस्तुति महेंद्र कुमार वर्मा के निर्देशन में प्रशिक्षणार्थियों द्वारा की गई। तत्पश्चात बी.ए. बी.एड, बी.एससी. बी.एड. की प्रशिक्षणार्थी माया सेन द्वारा निर्मित कार्टून कॉमिक्स का विमोचन किया गया। ’भाषा भावों का आधार’ विषयक विमर्श सत्र में संकाय सदस्य रूपल तोमर , डॉ. ऊषा शर्मा , डॉ. पल्लव पाण्डे, डॉ.मीनेष भट्ट , डॉ. नीलम तिवारी ,डॉ. हरीश चौबीसा , डॉ.अनिता कोठारी , डॉ.शानू शक्तावत, अनुपमा सुथार ने भारतीय भाषाओं के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए । प्रशिक्षणार्थी आरती प्रजापत ने ’रुद्राष्टकम स्रोत’ का पाठ कर देववाणी सँस्कृत को पुनः प्राण प्रतिष्ठित करने का आह्वान किया। वहीं प्रशिक्षणार्थी बनाराम सेन ने भाषा व संस्कार विषयक विचार में पश्चिमी सभ्यता के विनाशक पहलू पर चिंता व्यक्त की। अध्यक्षीय उदबोधन में डॉ. बलिदान जैन ने भाषा को धर्म व कर्म का माध्यम घोषित किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजिका डॉ. अमी राठौड ने भाषा प्रयोग की शैली एवं भावों को अधिरेखांकित करते हुए भाषाई भाव सौन्दर्य को समझने एवं व्यवहार हेतु प्रेरित किया। डॉ. सुनिता मुर्डिया, डॉ. अनिता कोठारी, डॉ. सरिता मेनारिया समेत समस्त संकाय सदस्य एवं प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे। समारोह का प्रमुख आकर्षण भारतीय भाषाओं को समर्पित पोस्टर प्रदर्शनी रही । कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद की रस्म डॉ अमित कुमार दवे ने अदा की। भारतीय भाषा दिवस सरीखे उत्सवों से उत्प्रेरित हो शिक्षण अधिगम के दौरान बहुभाषिकता की संस्थितियों को अपनाने की शपथ के एवं राष्ट्रगान के साथ यह आयोजन संपन्न हुआ।

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