24 News Update उदयपुर। अखिल राजस्थान लेब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ जयपुर के आवाहन पर राज्य सरकार द्वारा निशुल्क प्रयोगशाला जांचों के निजीकरण के खिलाफ क्रमबद्ध आंदोलन की शुरुआत हो गई है। इसी क्रम में संगठन आदेशों के अनुपालन में उदयपुर इकाई के आवाहन पर महाराणा भूपाल राजकीय चिकित्सालय, रविंद्रनाथ टैगोर मेडिकल कॉलेज की सभी प्रयोगशालाओं सहित जिले के ब्लॉक, सीएचसी व पीएससी पर कार्यरत समस्त लैब टेक्नीशियन, संविदाकर्मी, लैब सहायक तथा ब्लड बैंक स्टाफ ने काली पट्टी बांधकर विरोध दर्ज कराया।
निजीकरण से गुणवत्ता और भविष्य पर संकट
संभाग प्रभारी लोहित दीक्षित एवं जिला संयोजक नरेंद्र आमेटा ने कहा कि राज्य सरकार प्रयोगशाला सेवाओं को निजी हाथों में सौंपने की तैयारी कर रही है। यह कदम न केवल जांचों की गुणवत्ता को प्रभावित करेगा बल्कि वर्तमान में बड़ी संख्या में संचालित हो रहे लैब टेक्नोलॉजी से जुड़े कोर्स और उनमें अध्ययनरत विद्यार्थियों के भविष्य को भी अंधकारमय बना देगा।
सरकार के पास संसाधन और योग्य स्टाफ मौजूद
नेताओं ने बताया कि वर्तमान में सरकार के पास उच्च गुणवत्ता वाली मशीनें, मान्यता प्राप्त डिग्री व डिप्लोमा धारक प्रशिक्षित स्टाफ उपलब्ध है। ऐसे में नई भर्ती के माध्यम से राज्य सरकार अपने ही संसाधनों से इन सेवाओं का संचालन कर सकती है। निजीकरण का निर्णय पूर्णत: अव्यवहारिक है और यह सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की साख को नुकसान पहुंचाएगा। नरेंद्र आमेटा ने बताया कि यह आंदोलन 28 अगस्त से 30 अगस्त 2025 तक तीन दिन चलेगा। इसके बाद यदि सरकार ने निर्णय वापस नहीं लिया तो प्रदेश यूनियन के निर्देशानुसार और भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।
लैब जांचों के निजीकरण के खिलाफ काली पट्टी बांधकर विरोध

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