जयसमंद झील से कमलेश झड़ोला की खास रिपोर्ट
24 न्यूज़ अपडेट सलूंबर. सलूंबर उप चुनाव में इन वोटरों का जज्बा देखिये। अपनी लकड़ी की नाव को खुद ही चलाते हुए किनारे तक आ रहे हैं। एक ही जिद है कि हर बार की तरह वोट जरूर डालना है। लोकतंत्र के महापर्व में भागीदारी जरूर करनी है। फिर चाहे कितने भी कष्ट क्यों नहीं झेलने पड़े। आजादी के बाद भी ऐसी तस्वीरें और वीडियो ना सिर्फ रोमांचित करते हैं बल्कि हमारे सीने को गर्व से चौड़ा कर देते हैं। सच कहें तो ऐसे वोटरों से ही लोकतं़त्र का दिल धड़क रहा है। ये विश्व विख्यात जयसमंद झील का नजारा हैं। हर चुनाव में यहां के वोटर नेताओं को इसी प्रकार चुनावी वैतरणी पार करवाते हैं। जयसमंद झील में करीब 8 टापू हैं जिनमें से कुछ पर तो रियासत काल से ही लोग निवास करते आ रहे हैं। भटवाड़ा, बाबा मगरा, बीड़ा, मिंदोड़ा मगरा, भागल मगरी, मुडिया खेत टापू गामड़ी ग्राम पंचायत और पायरी व भैंसों का नामला टापू मैथूड़ी ग्राम पंचायत में आते हैं। इन टापुओं पर करीब 405 वोटर रहते हैं जिसमें पुरुष सबसे अधिक 220 और महिलाएं 185 हैं। सबसे बड़ी बात है कि भटवाड़ा टापू में एक ही परिवार निवास करता है। यहां दो महिला और दो पुरुष मतदाता हैं। मतदान करने आए लोगों ने बताया कि जान जोखिम में डालकर बरसों से वोट देने आ रहे हैं। लेकिन नेता हर बार आश्वासन देकर चले जाते हैं। उनके टापू की ओर प्रशासन की नजर ही नहीं पड़ती। हम आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है

