24 न्यूज अपडेट.उदयपुर। थाईलैण्ड की युवती को उदयपुर में बुला कर अपना शौक पूरा करने की मंशा रखने वाले चारों युवकों से पुलिस की पूछताछ में कुछ और खुलासे हुए हैं। पुलिस के अनुसार एक आरोपी युवकएक साल पहले थाइलैंड गया था। वहां पर युवती से उसकी दोस्ती हो गई थी। इस युवक ने ही युवती को उदयपुर बुलाया व मौज मस्ती के लिए ग्रुप में अन्य दोस्तों को शामिल कर लिया। इससे पहले कहा जा रहा था कि ये किसी रैकेट का हिस्सा हो सकते हैं। पुलिस का मानना है कि होटल में शराब पार्टी के दौरान युवती ने युवक को नाखून से खरोंच दिया तो उसने पिस्टल लेकर फायर कर दिया। राहुल गुर्जर (25) निवासी स्वरूपगंज (सिरोही), अक्षय खूबचंदानी (25) निवासी प्रतापनगर (उदयपुर), ध्रुव सुहालका (21) निवासी भुवाणा (उदयपुर) और महिम चौधरी (20) भूपालपुरा (उदयपुर) को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया था जो 18 नवंबर तक रिमांड पर चल रहे हैं। राहुल गुर्जर स्वरूपगंज का हिस्ट्रीशीटर बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार ध्रुव सुहालका एक साल पहले थाईलैंड में गया था जहां पर युवती से जान-पहचान हुई थी। इस युवती ने उसे कहा था कि वह गुजरात में कई बार आती जाती है। ध्रुव ने उसे उदयपुर बुलाने की योजना हिस्ट्रीशीटर राहुल गुर्जर और महिम चौधरी के साथ मिलकर बनाई। उसके बुलाने पर युवती उदयपुर आ गई। साथी के साथ माली कॉलोनी स्थित होटल वीर पैलेस में ठहरी। इसे यहां क्यों ठहराया गया, यह अभी पता नहीं चला है। यहां से युवती को चित्रकूट नगर स्थित रत्नम होटल में कमरा संख्या 104 में भेजा गया। सबने वहां पर मिलकर शराब पार्टी की। इसमें नाखून से खरोंच की बात पर राहुल ने फायर कर दिया। इसके बाद आरोपी युवती को लेकर सीधे पेसिफिक हॉस्पिटल गए व वहां से भाग गए। पुलिस की थ्योरी में कहा जा रहा है कि राहुल हरियाणा से पिस्टल खरीदकर लाया था। फायरिंग के बाद सभी अहमदाबाद भाग गए थे। उस दौरान सब लोग नशे में थे। भागते समय रास्ते में ही पिस्टल फेंकी। कहां पर फेंकी यह पता ही नहीं। युवती होटल बिना नियमानुसार पुलिस को सूचना दिए वीर पैलेस में ठहरी, इसके लिए संचालक के खिलाफ सूचना नहीं देने का मामला दर्ज करवाया गया है। विदेशियों को उदयपुर में ठहरने की सूचना 24 घंटे में विदेशी पंजीयन अधिकारी को देनी होती है, ताकि किसी भी परिस्थिति में उनको संबंधित एम्बेसी व अन्य एजेंसियां लोकेट कर सके। जानकारी नहीं देकर विदेशी अधिनियम का उल्लंघन किया गया है। अब इस मामले में कई बड़े सवाल उठ रहे है। पहला तो यह कि क्या इनका किसी भी रेकेट से कोई संबंध नहीं है। यह बहुत ही फिल्मी लगता है कि कोई थाइलैण्ड घूमने जाए और वहां उसकी दोस्ती ऐसी लड़की से हो जाए जो बाद में उदयपुर आने को तैयार हो जाए। पूरी कहानी में कुछ कड़ियां या तो जुड़ नहीं पा रही है या फिर जोड़ी नहीं जा रही है। इसके अलावा उस हथियार का बरामद नहीं होना जिससे गोली चली वह भी संदिग्ध है। रात के समय कार में एक लड़की का अकेले एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना और बीच में कई जगह पुलिस जाब्ता चौराहों पर होने के बावजूद चेक नहीं किया जाना भी सवाल के घेरे में है जबकि उदयपुर शहर में ही आप रात को बाइक लेकर निकल जाइये, चार से पांच जगह आपको अपने फोन नंबर व पहचान जरूर बताकर ही आगे बढ़ने दिया जाएगा।
फिल्मी लगती है पुलिस की कहानी-थाइलैण्ड घूमने गया था आरोपी, वहां दोस्ती हो गई, उसके बुलावे पर उदयपुर आ गई!!

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