24 न्यूज अपडेट उदयपुर। फतेहसागर स्थित बालाजी से कावड़ यात्रा निकलेगी जिसमें, कावड़िये 1200 वर्ष पुराने पालड़ी महादेव शिवलिंग का अभिषेक, करेगे। यह स्थल महाराणा प्रताप का विश्राम स्थल भी रहा है यहां वामेश्वर महादेव मंदिर पर बडी संख्या में श्रद्धालु उमड़ते हैं। शहर के समीप स्थित अति प्राचीन स्वयंभू मंदिर वामेश्वर महादेव ईसवाल रोड पर बड़गांव के आगे अवस्थित है। बड़गांव, चिकलवास,पालड़ी सहित आसपास के अन्य गांव के आराध्य के रूप में वामेश्वर महादेव अत्यंत श्रद्धा के पात्र है जो की मेवाड क्षेत्र के अधीन प्राचीन मंदिरों में से एक है । अरावली की पहाड़ियां कई संत महात्माओं के तपस्या की स्थली रही है साथ ही इन पहाड़ियों में कई अति प्राचीन महादेव मंदिर अवस्थित होकर यहां की जनता पर कृपा कर रहे हैं । इसी में से एक मंदिर है पालड़ी एवं चिकलवास के मध्य स्थित वामेश्वर महादेव जिसे पालड़ी महादेव के नाम से भी जाना जाता है। सावन माह के अवसर पर महादेव को जल समर्पित कर प्रसन्न करने की परंपरा रही है इसी कड़ी में वामेश्वर महादेव विकास संघ द्वारा पहली कावड़ यात्रा फतेहसागर स्थित फतेह बालाजी से 11 अगस्त 2024 रविवार प्रातः को निकाली जाएगी। कावड़ यात्रा के लिए वृहत स्तर पर तैयारी यह शुरू की गई है इसके तहत वामेश्वर महादेव सहित यात्रा मार्ग में स्थित 11 अन्य शिवालय मंदिरों पर भी कावड़िये अपना जल अर्पित कर सुख शांति की कामना करेंगे।
कावड़ यात्रा के निमित एक बैठक मंदिर स्थल पर आज सकल समाज स्तर पर आहूत की गई जिसमें आसपास के क्षेत्र से कई लोग सम्मिलित हुए । यात्रा मार्ग सहित अन्य सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा करने के उपरांत वामेश्वर महादेव विकास संघ द्वारा संयोजक एवं सहसंयोजक घोषित किए गए साथ ही यात्रा को आने वाले वर्षों में भी सुचारू रूप से अनवरत जारी रखने का संकल्प लिया गया। प्रचार संयोजक पंकज श्रीमाली ने बताया कि बैठक में राजेंद्र सिंह जी राणा चिकलवास को संयोजक मनोनीत किया गया । सहसंयोजक के रूप में प्रफुल्ल जी श्रीमाली, रमेश जी खारोल, पर्वत सिंह जी राणा, जयवर्धन सिंह जी केलावत, विजय सिंह जी, खेम सिंह जी, सोहन जी लोहार, लोकेंद्र सिंह जी, मुकुंद जी श्रीमाली को बनाया गया। कोषाध्यक्ष गोपाल जी सुथार को बनाया गया बैठक में मंदिर के पुजारी श्री हेमंत जी नागदा, प्रकाश जी, पंडित जी पवन जी आमेटा, गौरी शंकर जी पालीवाल, संपत जी वैष्णव, नरेश जी शर्मा, पुष्कर जी जोशी, भूपेश जी पंचोली आदि कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
फतेहसागर स्थित बालाजी से 11 को निकलेगी कावड़ यात्रा, कावड़िये करेंगे 1200 वर्ष पुराने पालड़ी महादेव शिवलिंग का अभिषेक, महाराणा प्रताप का विश्राम स्थल भी रहा है यह वामेश्वर महादेव मंदिर

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