विश्लेषण- सुशील जैन
उदयपुर। उदयपुर कांग्रेस के विधानसभा चुनावों के “पोलिटिकल विज़िटिंग प्रोफेसर” जवाई राजा गौरव वल्लभ ने आज सोशल मीडिया पोस्ट करते हुए कांग्रेस का घर छोड़ने का ऐलान कर दिया। उनका यह फैसला आज सुबह से टॉक ऑफ द टाउन बना हुआ है और तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है। आपको याद दिला दे की गौरव वल्लभ ने पिछले विधानसभा चुनाव में उदयपुर सीट से आलकमान की मदद से स्थानीय दावेदारों का पत्ता साफ करते हुए एन मौके पर वाइल्ड कार्ड एंट्री की थी। धुआंधार प्रचार और मीडिया मैनेजमेंट के बावजूद गौरव को उदयपुर की जनता ने बाहरी का टेग लगाते हुए चुनाव में हार का स्वाद चखा दिया था। उसके बाद से गौरव वल्लभ खफा खफा से नज़र आ रहे थे।
राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने ट्विटर पर पोस्ट डालते हुए लिखा_ कांग्रेस पार्टी आज जिस प्रकार से दिशाहीन होकर आगे बढ़ रही है उसमें मैं खुद को सहज महसूस नहीं कर पा रहे हैं। मैं ना तो सनातन विरोधी नारे लगा सकता हूं ना ही सुबह-शाम देश के वेल्थ क्रिएटर को गाली दे सकता हूं। इसलिए मैं कांग्रेस पार्टी के सभी पदों में प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे पत्र में गौरव वल्लभ ने सनातन और वेल्थ क्रिएटर को मुद्दा बनाया है। वल्लभ के पत्र से साफ हो रहा है कि वह जल्दी ही भाजपा ज्वाइन करने वाले हैं। उन्होंने पार्टी आला कमान और सामान्य कार्यकर्ता के बीच कनेक्ट नहीं होने की बात भी कही है। मगर वे शायद भूल गये कि उदयपुर में अपने चुनाव प्रचार के दौरान उनका भी कनेक्ट पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ नहीं बन पाया था। फिलहाल गौरव वल्लभ के पत्र से पीछे की कहानी यह नजर आ रही है कि वे जिस बिजनेस वाली पॉलिटिकल लॉबी से आते हैं उनकी ओर से उन्हें यह स्पष्ट संकेत मिल गया था कि अब कांग्रेस में रहते उनकी पॉलिटिकल ग्रोथ या अब तक हो चुके पोलिटिकल डैमेज की तत्काल रिकवरी सम्भव नहीं है,,, राजनीति की आर्थिक भाषा में कहे तो अब उनके पास कोई राजनीतिक वायदा कारोबार भी नहीं बचा था। ऐसे में वे कभी भी पॉलीटिकल करियर की ग्रोथ के लिए अब भाजपा का दामन थाम सकते हैं। लेकिन गौरव वल्लभ को एक बात स्पष्ट रूप से ध्यान में रख लेनी चाहिए कि भारतीय जनता पार्टी में उनसे भी बड़े पॉलिटिकल वेल्थ क्रिएटर पहले से मौजूद हैं जो उनको कभी भी रिटायर्ड हर्ट कर पवेलियन में वापस भेज सकते हैं।
पोलिटिकल विज़िटिंग प्रोफेसर जंवाई राजा गौरव वल्लभ ने छोड़ा कांग्रेस का घर, थाम सकते हैं भाजपा का दामन

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