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नेशनल चैंपियन वेटलिफ्टर की गर्दन पर गिरी 270 किलो की रॉड, मौत, गोवा में जीता था गोल्ड

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24 न्यूज़ अपडेट बीकानेर। शहर की 17 वर्षीय राष्ट्रीय स्तर की पावर लिफ्टर यष्टिका आचार्य की जिम में प्रैक्टिस के दौरान दर्दनाक मौत हो गई। 270 किलो की भारी वेटलिफ्टिंग रॉड अचानक उनकी गर्दन पर गिर गई, जिससे उनकी गर्दन टूट गई और मौके पर ही वे बेहोश हो गईं। घटना मंगलवार शाम 7 बजे नया शहर थाना क्षेत्र की एक जिम में हुई। हादसे के तुरंत बाद उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। डॉक्टरों ने पीबीएम अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया।यष्टिका रोज की तरह अपने कोच की मौजूदगी में वेटलिफ्टिंग प्रैक्टिस कर रही थीं। ट्रेनर ने “वन, टू, थ्री“ बोलते ही वेट उठाने को कहा। वेट उठाने के दौरान रॉड का संतुलन बिगड़ा और पूरा भार उनकी गर्दन पर आ गिरा। मौके पर मौजूद अन्य खिलाड़ियों ने तुरंत वेट हटाया। यष्टिका बेहोश हो गईं, कोच ने सीपीआर लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। उन्हें तुरंत पीबीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हाल ही में गोवा में आयोजित 33वीं नेशनल बेंच प्रेस चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता था। इक्विप्ड कैटेगरी में गोल्ड और क्लासिक कैटेगरी में सिल्वर मेडल हासिल किया था। यष्टिका के पिता ऐश्वर्य आचार्य (50) कॉन्ट्रैक्टर हैं। तीन बहनों में से एक और बहन भी पावरलिफ्टिंग करती है। परिवार शादी समारोह के लिए हनुमानगढ़ गया हुआ था, लेकिन यष्टिका ने ट्रेनिंग जारी रखने के लिए जिम में रहना चुना। परिजनों ने इस घटना को लेकर कोई केस दर्ज नहीं कराया है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम करवाया, लेकिन कोई थ्प्त् दर्ज नहीं की गई। नया शहर थानाधिकारी विक्रम तिवाड़ी ने कहा कि पुलिस अपनी जांच कर रही है। जिम बीकानेर के नत्थूसर गेट के पास ‘द पावर हेडक्टर’ नाम से कुछ महीने पहले ही खुला था। क्या सेफ्टी गियर और स्पॉटर सही तरीके से मौजूद थे? क्या जिम में इतनी भारी वेटलिफ्टिंग के लिए उचित सुरक्षा उपाय थे? ये सवाल अब उठ रहे हैं, क्योंकि ऐसी दुर्घटनाएं पावरलिफ्टिंग में बेहद दुर्लभ मानी जाती हैं। यष्टिका की मौत खेल जगत के लिए एक बड़ी क्षति है। यष्टिका सिर्फ 17 साल की थीं और उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने की पूरी संभावना थी। उनका यूं हादसे में चले जाना पूरे खेल जगत के लिए एक बड़ा झटका है। क्या भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए सुरक्षा उपायों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा?

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