भगदड़ से 18 लोगों की मौत हो गई, इनमें 3 बच्चे NDRF की टीम मौके पर पहुंची
शनिवार रात करीब 9:26 बजे, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ने से अफरातफरी मच गई, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई और 15 लोग घायल हो गए। रेलवे ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
24 news update प्लेटफॉर्म नंबर 13 और 14 पर भारी भीड़ होने के कारण यह स्थिति बनी। फायर ब्रिगेड की चार गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। महाकुंभ (प्रयागराज) जाने वाली दो ट्रेनें लेट हो गई थीं, जिससे भारी संख्या में यात्री प्लेटफॉर्म पर इकट्ठा हो गए। हालांकि, नॉर्दर्न रेलवे के CPRO (चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर) ने भगदड़ की खबरों को अफवाह बताया रेलवे मंत्रालय के अनुसार, रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और दिल्ली पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया और अब हालात नियंत्रण में हैं। घटना में 18 यात्रियों की मौत और 15 घायल हुए। स्थिति पर काबू पाने के लिए 4 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों की देरी से भीड़ बढ़ी। रेलवे ने भगदड़ की खबरों को अफवाह बताया। यात्रियों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।
घटना का क्रमबद्ध विवरण
| समय | घटना |
|---|---|
| 6:00 PM | स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ने लगी। |
| 9:26 PM | प्लेटफॉर्म 13 और 14 पर भीड़ अनियंत्रित हो गई। |
| 9:30 PM | भगदड़ जैसी स्थिति बनी, यात्री घबराए। |
| 10:00 PM | घायलों को अस्पताल ले जाया गया। |
| 11:30 PM | पुलिस और रेलवे ने स्थिति पर काबू पाया, प्लेटफॉर्म खाली कराया। |
| 11:36 PM | रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट कर जानकारी दी कि स्थिति नियंत्रण में है। |
| 12:00 AM | रेलवे ने प्रयागराज के लिए 4 स्पेशल ट्रेनें चलाईं, ताकि भीड़ कम हो सके। |
यात्रियों का बयान: “सब कुछ अचानक हुआ, प्रशासन लापरवाह था”
स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने बताया कि
- “पीछे से लोग लगातार आते रहे, लेकिन किसी ने भीड़ को नियंत्रित नहीं किया।”
- “एक घंटे तक हालात खराब रहे, कई यात्री बेहोश हो गए।”
- “प्रशासन को पहले से तैयारी करनी चाहिए थी।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के बयान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रात 11:36 बजे ट्वीट कर बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है।
“दिल्ली पुलिस और RPF मौके पर हैं। घायलों को अस्पताल भेजा गया है। भीड़ को कम करने के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं।” उन्होंने आगे बताया कि अचानक आई भीड़ को नियंत्रित करने के लिए रेलवे ने प्रयागराज के लिए 4 स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं। अब स्थिति सामान्य हो रही है।
रेलवे ने भगदड़ की घटना से इनकार किया
रेलवे के पीआरओ दिलीप कुमार ने कहा:
- “स्टेशन पर अधिक भीड़ थी, लेकिन भगदड़ जैसी कोई घटना नहीं हुई।”
- “रविवार को छुट्टी होने के कारण प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा थी।”
- “ट्रेन की संख्या कम नहीं की गई थी और न ही कोई ट्रेन रद्द की गई। हमने भीड़ को संभालने के लिए स्पेशल ट्रेनों का इंतजाम किया।”
- शुरुआत में नॉर्दर्न रेलवे के CPRO (चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर) ने भगदड़ की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि कोई यह सिर्फ अफवाह है।
DCP रेलवे बोले- भीड़ बढ़ने से हादसा हुआ
DCP रेलवे केपीएस मल्होत्रा के मुताबिक, ‘बड़ी संख्या में यात्री प्लेटफार्म नंबर 14 पर इकट्ठा थे। यहीं पर प्रयागराज एक्सप्रेस खड़ी थी। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी के प्रस्थान में देरी की वजह प्लेटफॉर्म नंबर 12, 13 और 14 पर भीड़ बढ़ती गई। प्लेटफार्म नंबर 14 और प्लेटफार्म नं. 1 के पास स्थित एस्केलेटर के पास हालात काफी बिगड़ गए।’

