24 न्यूज अपडेट. सलूंबर। हिंदुस्तान जिंक जावर माइंस में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं देने सहित कई समस्याओं को लेकर दूसरे दिन सोमवार को भी ग्रामीणों का धरना जारी है। ऐसे में माइंस का काम भी पूरी तरह ठप रहा। ड्यूटी के लिए आए कर्मचारी बड़ी संख्या में वहां खड़े रहे। माइंस अधिकारियों और स्थानीय सरपंच व प्रमुख लोगों की वार्ता का दौर जारी है लेकिन मांगों पर सहमति नहीं बन पाई है। ऐसे में लोगों को कहना है कि जब तक मांग पूरी नहीं हो जातीं। तब तक धरना जारी रहेगा।
स्थानीय निवासी डॉ अमृत मीणा, दीपक मीणा और रमेश मीणा का कहना है कि मांगों को लेकर 20 दिन पहले भी चेतावनी दी गई थी लेकिन मांगों को पूरा नहीं किया गया। ऐसे में मजबूरन हड़ताल शुरू करनी पड़ी। रविवार को भी सुबह से शाम तक धरना दिया गया।
सोमवार सुबह से ही माइंस के बाहर लोग धीरे-धीरे जुटना शुरू हो गए और बेरोई नॉर्थ इकाई के बाहर धरने पर बैठ गए। लोगों का कहना है कि माइंस में सुविधा व रोजगार में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता नहीं दी जा रही है।
ये हैं प्रमुख मांगे
-कोरोनाकाल के समय सैकड़ों लोगों को रोजगार से वंचित कर दिया था, उन सभी को रोजगार दिया जाए। – स्थानीय लोगों को कुशल बनाने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र खोला जाए।
- स्थानीय पीड़ित लोगों की मूलभूत आवश्यकताओं के विकास का विशेष ध्यान दिया जाए। -जावर माइंस हॉस्पिटल को पूर्व की भांति गहन इकाई में विकसित किया जाए। -शिक्षा में सुधार के लिए केंद्रीय स्कूल खोले जाएं।

