24 न्यूज अपडेट, दार्जिलिंग। अगरतला से पश्चिम बंगाल के सियालदह जा रही कंचनजंगा एक्सप्रेस सिलीगुड़ी के रंगापानी स्टेशन के पास रुइधासा में रेड सिग्नल होने से ट्रेक पर रुकी हुई थी। तभी पीछे से आ रही मालगाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी। मालगाड़ी के इंजन पर एक्सप्रेस ट्रेन का एक डिब्बा हवा में लटक गया। दो डिब्बे पटरी से उतर गए। रेस्क्यू ऑपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, रेलवे और बंगाल के अधिकारी जुटे हैं। नॉर्थ-ईस्ट फ्रंटियर रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची दे ने मीडिया को बताया कि जिस ट्रैक पर हादसा हुआ है, उसे रात तक चालू कर दिया जाएगा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दार्जिलिंग पहुंचने वाले हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा – दार्जिलिंग के फांसीदेवा इलाके में एक रेल दुर्घटना के बारे में जानकर बहुत दुःख हुआ। राहत बचाव काम और लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए डीएम, एसपी, डॉक्टर, एंबुलेंस और रेस्क्यू टीम घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। अब तक 15 लोगों की मौत व 60 के घायल होने की खबर आई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा कि ’’बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द से जल्द ठीक हो जाएं। अधिकारियों से बात की और स्थिति का जायजा लिया। प्रभावितों की सहायता के लिए बचाव अभियान जारी है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि मोदी ने यह भी घोषणा की है कि पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपए की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50,000 रुपए दिए जाएंगे। कंचनजंगा एक्सप्रेस के कोच नंबर एस6 में सवार अगरतला के एक यात्री ने मीडिया को बताया कि उसे अचानक झटका लगा और डिब्बा रुक गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि राहत और बचाव कार्य में देरी हुई। यात्री ने एक टेलीविजन चैनल को बताया, “मैं, मेरी पत्नी और बच्चा किसी तरह क्षतिग्रस्त कोच से बाहर निकलने में कामयाब रहे। हम फिलहाल फंसे हुए हैं… बचाव कार्य भी काफी देर से शुरू हुआ।“
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