Site icon 24 News Update

डेंगू ने ली पूर्व उपसभापति वीरेंद्र बापना की जान, अशोक नगर मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार, शहर ने एक ऐसा नेता खोया जो लोगों की भलाई के लिए खड़ा रहा

Advertisements


उदयपुर। उदयपुर नगर परिषद के दो बार उपसभापति रहे वीरेंद्र बापना प्यार से जिन्हें गट्टू भइया के नाम से पुकारते था अचानक निधन, शहर के लिए एक अपूरणीय क्षति है। डेंगू के चलते वे कई दिनों से अस्पताल में भर्ती थे, और उनकी तीन बेटियों के लिए उनका न होना एक बहुत बड़ा दुख है। उनकी अंतिम यात्रा शाम 4 बजे निवास स्थान हजारेश्वर कॉलोनी से सैकड़ो कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में निकली और अशोक नगर मोक्ष धाम में उनका अंतिम संस्कार हुआ।
वीरेंद्र बापना ने अपने जीवन में सिद्धांतों की रक्षा की और राजनीति में कभी कोई समझौता नहीं किया। उनके दो टर्म के दौरान, उन्होंने नगर परिषद के कर्मचारियों, अधिकारियों और साथी पार्षदों के साथ मिलकर काम किया और सभी के साथ अच्छे संबंध बनाए। उनकी सहृदयता और व्यवहारिक दृष्टिकोण के लिए वे हमेशा याद किए जाएंगे।
दशकों से वे अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और आम लोगों के काम के लिए खड़े रहे। जब भी जरूरत पड़ी, उन्होंने लोगों की मदद करने में कभी संकोच नहीं किया। हाल ही में चल रहे दीपावली मेले के समय, उनके योगदान की यादें लोगों के दिलों में ताजा थीं। इस मेले की शुरुआत में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही, जब सभापति युधिष्ठिर कुमावत, तत्कालीन निर्माण समिति अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली और गैराज समिति अध्यक्ष अनिल सिंघल के साथ मिलकर काम किया।
विश्वविद्यालय में अध्ययनरत होते हुए उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय रूप से कार्य किया 1979 में हुए सुखाडिय़ा विश्वविद्यालय के छात्र संघ के सांस्कृतिक मंत्री के रूप में उन्होंने अपनी सेवाएं दी। भारतीय जनता पार्टी के उत्तर मंडल अध्यक्ष के रूप में उनकी सेवाएं संगठन को सदैव याद रहेगी। तत्कालीन पार्षद दिनेश गुप्ता ने उनकी सहृदयता की सराहना करते हुए कहा कि बापना जी बहुत ही सहृदय और व्यवहारिक व्यक्तित्व के धनी थे। उनके निधन से उदयपुर ने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो हमेशा लोगों की भलाई के लिए खड़ा रहा। उनका योगदान और उनके प्रति लोगों की प्रेम भरी यादें हमेशा जिंदा रहेंगी।
वीरेंद्र बापना का योगदान हमारे लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा, और उनका नाम हमेशा एक दयालु और मददगार नेता के रूप में याद किया जाएगा। उनके जीवन और कार्यों की यह धरोहर हमें अपने भीतर से एक बेहतर इंसान बनने की प्रेरणा देती है।
उनके निधन पर भारतीय जनता पार्टी शहर जिला अध्यक्ष रवींद्र श्रीमाली देहात जिला अध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान पूर्व सभापति युधिष्ठिर कुमावत रवींद्र श्रीमाली,पूर्व महापौर रजनी डांगी चंद्र सिंह कोठारी भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रभारी बंसीलाल खटीक, भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्य समिति सदस्य दिनेश भट्ट भंवर सिंह पवार भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक प्रमोद सामर शहर जिला उपाध्यक्ष प्रेम सिंह शेखावत तख्त सिंह शक्तावत वंदना मीणा खूबीलाल पालीवाल अतुल चंडालिया राजकुमार चित्तौड़ा विजयलक्ष्मी कुमावत देवीलाल शर्मा मंत्री गजेंद्र भंडारी करण सिंह शक्तावत अमृत मेनारिया दीपक बोलिया उषा डांगी सपना कुरडिय़ां कोषाध्यक्ष रवि नाहर भाजपा मीडिया संभाग प्रभारी चंचल कुमार अग्रवाल सह प्रभारी अशोक आमेटा मंडल अध्यक्ष सिद्धार्थ शर्मा देवीलाल सालवी जितेंद्र मारू विजय आहुजा हजारी जैन भोपालसिंह राणा गिरीश शर्मा हिम्मत सिंह देवड़ा गिरीश शर्मा दिनेश धाबाई आदि कार्यकर्ताओं ने स्वर्गीय गट्टू भइया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि एक सच्चा दोस्त राजनीति में मार्गदर्शक की कमी सदैव खलेगी।

Exit mobile version