24 न्यूज अपडेट. नई दिल्ली। फिर से तैयार हो जाइये, अब हर महीने टेलिकॉम कंपनियां जोर के झटके धीरे धीरे से देने वाली हैं। 3 जुलाई 2024 से जियो और एयरटेल सहित अन्य के रिचार्ज 25 परसेंट का जंप ले चुके है। अब इनका लक्ष्य प्रति यूजर औसत आय 300 रूपए करना है। योन कि अब धीरे धीरे रेटें बढेंगी और हर यूजर को कम से कम 300 रूपए की चपत लगाने की तैयारी है। इस मसले पर कोई भी नेता खुलकर नहीं बोल रहा है बातें बत सोशल मीडिया पर हो रही है। ना तो लोकसभा में ना ही विधानसभा में किसी ने कोई सवाल पूछा है। क्या इसलिए क्योंकि सभी कंपनियां राजनेताओं को मोटे चंदे की रकम चुनावों में देती हैं और बदले में नेताओं ने इसे चुनावी मुद्दा नहीं बनाने का वचन दे दिया है। मीडिया रिपोट के अनुसार भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल का कहना है, ‘प्रति यूजर आय ₹300 तक पहुंचने के बाद भी भारत दुनिया का सबसे सस्ता टेलीकॉम मार्केट बना रहेगा।’आपको बता दें कि डेटा खपत 10 साल में 4 गुना बढी हैं व देश में इंटरनेट की पहुंच 52 प्रतिशत जनता तक हो गई है। गई। 2018-19 से लेकर 2022-23 के बीच टेलीकॉम इंडस्ट्री की आय 1 लाख करोड़ रुपए बढ़ गई। अब डेटा के बिना जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती है। यह रोटी कपडा और मकान के बाद चौथे पायदान पर आकर खडा हो गया है व इसका लाभ कंपनियां उठा रही हैं। 2023-24 में टेलीकॉम इंडस्ट्री की कुल आय 2.4 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गई। बीते 10 साल में टेलीकॉम कंपनियां 22 से घटकर 5 रह गई। बैंक ऑफ अमेरिका का कहना है कि बैंक ऑफ अमेरिका का मानना है कि अगले 7 सालों के दौरान भारत में टेलीकॉम में टेरिफ 36.44 परसेंट बढ जाएगा।
टेलीकॉम कंपनियां पूरे साल बढ़ाएंगे टैरिफ, मिनिमम 300 रूपए प्रति यूजर चपत लगाने का लक्ष्य, इस मुद्दे पर लोकसभा विधानसभा में चर्चा क्यों नहीं?? क्या इसलिए कि कंपनियां देती हैं मोटा चंदा ?

Advertisements
