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टेलरिंग एवं अपैरल डिजाइनिंग में ग्रामीण महिलाओं के लिए उद्यमिता की अपार संभावनाएं : डॉ. कर्नाटक

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24 News Update भादसोड़ा/उदयपुर, 30 जून 2025. प्रसिद्ध श्री रतन वृद्धि मोतीलाल मेहता चैरिटेबल ट्रस्ट, भादसोड़ा (जिला चित्तौड़गढ़) द्वारा संचालित “टेलरिंग एवं अपैरल डिजाइनिंग” विषयक व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह मंगलवार को भव्य रूप से संपन्न हुआ। यह कार्यक्रम महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एमपीयूएटी), उदयपुर के पूर्व कुलपति एवं आईसीएआर के पूर्व उपमहानिदेशक (शिक्षा) डॉ. एस.एल. मेहता की संकल्पना एवं मार्गदर्शन में आयोजित किया गया।
समारोह के मुख्य अतिथि एमपीयूएटी, उदयपुर के कुलपति डॉ. अजीत कुमार कर्नाटक ने प्रशिक्षण पूर्ण करने वाली ग्रामीण बालिकाओं और महिलाओं को बधाई देते हुए कहा कि “टेलरिंग एवं अपैरल डिजाइनिंग के क्षेत्र में करियर और उद्यमिता की असीम संभावनाएं हैं। प्रशिक्षित महिलाएं न केवल फैशन व टेक्सटाइल डिजाइनर बन सकती हैं, बल्कि बुटीक संचालन, कंप्यूटर आधारित डिजाइनिंग, टेक्सटाइल इंडस्ट्री में गुणवत्ता नियंत्रण, फैशन कंसल्टेंसी और सरकारी योजनाओं में महिला सशक्तिकरण विशेषज्ञ के रूप में भी अपनी भूमिका निभा सकती हैं।” डॉ. कर्नाटक ने कहा कि डॉ. एस.एल. मेहता शिक्षा, ग्रामीण उत्थान और सामाजिक विकास के प्रति निरंतर समर्पण के प्रतीक हैं और उनकी प्रेरणा से सैकड़ों युवतियों का जीवन दिशा प्राप्त कर रहा है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में एमएलएसयू, जीजीटीयू बांसवाड़ा और एमपीयूएटी, उदयपुर के पूर्व कुलपति प्रो. आई.वी. त्रिवेदी तथा प्रो. यू.एस. शर्मा की उपस्थिति रही। इन शिक्षा शास्त्रियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और अधिक गरिमामयी बना दिया। डॉ. एस.एल. मेहता ने बताया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 40 ग्रामीण बालिकाओं और महिलाओं को प्रायोगिक आधार पर सिलाई एवं वस्त्र निर्माण का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया, जिससे उन्हें इस क्षेत्र में दक्षता प्राप्त हुई। उन्होंने आगे बताया कि ट्रस्ट द्वारा “मीन्स कम मेरिट” स्कॉलरशिप, नवोदय स्कूलों में प्रवेश हेतु कोचिंग, कंप्यूटर शिक्षा, इंग्लिश स्पीकिंग, कैलीग्राफी व संवाद दक्षता जैसे विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं, जिनका लाभ इस क्षेत्र के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को मिल रहा है।

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