24 न्यूज अपडेट. चित्तौड़गढ़। निमबाहेड़ा के गांवों में अलग-अलग जगहों पर विद्युत टांसफॉर्मर्स से 10 दिन में करीब 2800 लीटर ऑयल व 600 मीटर केबल चोरी हो गया। डीजल और तार चोरी होने से कई गांव कई दिनों तक अंधेरे में डूबे रहे। आमजन को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। जेईएन राहुल जैन की ओर से अब सदर पुलिस थाना में रिपोर्ट दी गई है। इसमें बताया गया है कि पंचायत समिति के विभिन्न गांवों में 20 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक के बीच विद्युत आपूर्ति सुचारू करने लगाए गए ट्रांसफार्मर में से रात को अज्ञात चोरों ने ट्रांसफार्मर से ऑयल चुरा लिया। अज्ञात बदमाश चार पहिया वाहन का उपयोग हैं वे ट्रांसफार्मर में छेद कर ऑयल चुराते हैं। विभिन्न गांवों में अब तक 22 वारदातें पिछले 10 दिनों में हो चुकी हैं। टांसफॉर्मर में से ऑयल निकालने से पूरे गांव की बिजली की आपूर्ति ही ठप हो जाती है। विभिन्न गांवों से शिकायत आने के बाद जब जांच की तो पता चला कि रानीखेडा गांव में कुल 110 लीटर, नरसिंहगढ गांव में 110 लीटर, ढोरिया में 135 लीटर, संगरिया में दो जगहों पर 270 लीटर, भटृ कोटडी में 2 स्थानो से 270 लीटर बडोली माधोसिंह करीब 12 स्थलों पर 1500 लीटर आयॅल व रणछोड पूरा से 135 लीटर, नरसाखेडी में दो स्थानों से 600 मीटर केबल चोरी अज्ञात बदमाशों ने चोरी कर लिया। पंचायत समिति में बिजली बंद होने से भारी परेशानियां आ रही है। सदर पुलिस थाना एएसआई संतोष तिवारी ने बताया कि ट्रांसफार्मरों से ऑयल चोरी की घटनाओं की रिपोर्ट दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी गई है। अब ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस बदमाशों को खोज रही है।
क्यों नहीं लगाते सेंसर
अब सवाल यह उठ रहा है कि जब ट्रांसफार्मर से डीजल बरसों से चोरी किया जा रहा है तो ऐसे ट्रांसफार्मर क्यों नहीं बनाए जा रहे हैं जिन पर सेंसर लगा हो व वह तुरंत बता दे कि डीजल चोरी किया जा रहा है। इसमें गांव के भामाशाहों की भी मदद ली जा सकती है।
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