24 न्यूज अपडेट. साइंस डेस्क। चीन का मून मिशन चांद की सतह से मिट्टी लेकर धरती पर पहुंच गया है। ऐसे करके चीन पहला देश बन गया है, जो चांद के अंधेरे हिस्से से सैंपल लाने में सफल रहा है। नेशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन का चैंग’ई-6 लैंडर 53 दिन बाद कैप्सूल में सैंपल लेकर धरती पर लौटा है। 3 मई को चैंग’ई-6 मिशन को चीन ने लॉन्च किया था। न्यूयॉर्क टाइम्स की एक खबर में बताया गया है कि इस मिशन का लक्ष्य चांद के सबसे दूर वाले हिस्से जहां अंधेरा होता है वहां से सैंपल इकट्ठे करके इन्हें धरती पर भेजना था। चीन अब 2030 तक इंसान को चांद पर भेजने का लक्ष्य पाने को आतुर है। अभी तक चांद पर जा चुके 10 लूनर मिशन पास वाले हिस्से पर ही पहुंचे हैं। भारत और अमेरिका भी ऐसा नहीं कर पाया हैं। चांद की अंधेरे हिस्से वाली साइड से सैंपल लाकर स्पेस रेस में अमेरिका को कड़ी चुनौती दी है। चैंग’ई-6 का री-एंट्री मॉड्यूल चीन के उत्तरी हिस्से में मंगलवार सुबह 11ः30 बजे (भारतीय समय के मुताबिक) लैंड हुआ। इसके बाद एक सर्च टीम कुछ मिनटों के अंदर इस मॉड्यूल तक पहुंच गई। चीन के वैज्ञानिकों ने मिशन के सफल होने की जानकारी दी। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि इस मिशन की सफलता चीन के सपने को सच करने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके जरिए चीन स्पेस पावर बनने के और करीब पहुंच गया है। इंसानों को भेजने के अलावा चीन 2030 तक चांद के साउथ पोल पर एक रिसर्च बेस बनाना चाहता है। अब तक की रिसर्च में संभावना जताई गई है कि चांद के इस हिस्से पर बर्फ के तौर पर पानी मौजूद है। अमेरिका भी चांद के इसी हिस्से पर अपना बेस बनाना चाहता है। रिपोर्ट के मुताबिक, चैंग’ई-6 मिशन अपने साथ चांद की सतह से 2 किलो मिट्टी लेकर लौटा है। सैंपल इकट्ठे करने के लिए ड्रिल और रोबोटिक आर्म का इस्तेमाल किया गया था। इसके जरिए चांद पर मौजूद 4 अरब साल पुराने क्रेटर से मिट्टी निकाली गई।
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