चित्तौड़गढ़. दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं की चलती कार में आग लग गई। इंजन से धुआं उठता देखा कार ड्राइवर ने गणेश पोल और लक्ष्मण पोल के बीच साइड में कार रोक दी थी, लेकिन कार के डोर अपने आप लॉक होने के कारण कोई बाहर नहीं आ पाया। पास से ही निकल रहे गाड़िया लोहारों के जुलूस में मौजूद पुलिस जाब्ते ने लोगों की मदद से कार के कांच फोड़कर अंदर फंसे लोगों को बाहर निकाला। कार में पांच लोग मौजूद थे। मौके पर फायर ब्रिगेड बुलाकर आग पर काबू पाया गया। इस दौरान दुर्ग पर आने-जाने वाले लोगों की भीड़ जमा हो गई। दुर्ग के रास्ते जाम लग गया।
शॉर्ट सर्किट होते ही डोर हुए लॉक
एसआई नाथू सिंह राजपूत ने बताया कि बस्सी निवासी कालूलाल पुत्र रूप लाल देवरी कार से चित्तौड़गढ़ आए। इस कार में चार अन्य भगवान लाल, राजूलाल, रेखा और पुष्पा भी थे। सभी दुर्ग स्थित कालिका माता मंदिर में दर्शन करने गए थे। दर्शन के बाद वापस नीचे लौट रहे थे। गणेश पोल से नीचे उतर कर लक्ष्मण पोल से पहले इंजन से धुआं उठता हुआ दिखा। कालूलाल ने गाड़ी को साइड में खड़ी कर बाहर निकलने की कोशिश की लेकिन सभी डोर अपने आप लॉक हो गए थे। आग ने अचानक तेजी पकड़ ली थी।
कांच तोड़कर निकाला बाहर
उसी समय गाड़िया लोहार समाज का जुलूस मुक्ति दिवस पर दुर्ग स्थित कुम्भा महल तक जा रहा था। जुलूस में कई पुलिस कर्मियों की ड्यूटी थी। जैसे ही जुलूस लक्ष्मण पोल तक पहुंचा, लोगों ने आग की लपटें देखीं। जुलूस में मौजूद पुलिस जाब्ता तुरंत वहां पहुंचा और लोगों की मदद से कार के कांच तोड़कर पांचों को बाहर निकाला। फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई। मौके पर फायर ब्रिगेड ने पहुंचकर आग पर काबू पाया। आग लगने का कारण गर्मी से शॉर्ट सर्किट होना बताया।
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