24 न्यूज अपडेट, भीलवाड़ा। भीलवाड़ा जिले के करेड़ा थाना क्षेत्र में रविवार को एक दर्दनाक हादसे में 16 वर्षीय किशोर की जान चली गई। नारेली ग्राम पंचायत के तीखी का बाढ़िया गांव के पास स्थित एक पानी से भरी और वर्षों से बंद पड़ी ग्रेनाइट खदान में डूबने से किशोर की मौत हो गई। मृतक कुलदीप सिंह, जो दसवीं कक्षा का छात्र था, छुट्टी के दिन बकरियां चराने गया था, तभी यह दुर्भाग्यपूर्ण हादसा हो गया।
घटना की पूरी कहानी
रविवार दोपहर कुलदीप सिंह, पुत्र अमर सिंह रावत, रोज़ की तरह गांव के बाहर बकरियां चराने निकला। वह चारभुजा ग्रेनाइट खदान के पास गया, जो काफी समय से पानी से भरी हुई है और खनन कार्य बंद है। बताया जा रहा है कि दोपहर करीब एक बजे के आसपास उसका पैर फिसला और वह सीधे गहरे पानी में जा गिरा। उसकी चप्पल पास की चट्टान पर मिली, जिससे हादसे की पुष्टि हुई।
ग्रामीणों की सतर्कता से चला पता
कुछ समय बाद जब गांव के लोग उसी रास्ते से गुजरे, तो उन्होंने अकेली घूमती हुई बकरियों और पास में पड़ी चप्पल को देखा। इससे उन्हें अनहोनी की आशंका हुई और तत्काल किशोर की तलाश शुरू की गई। सूचना मिलते ही करेड़ा थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची।
तीन घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
किशोर की तलाश के लिए करीब साढ़े तीन घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। खदान में भरे गहरे पानी को तीन मोटरों की मदद से खाली किया गया। ग्रामीणों ने भी पुलिस के साथ मिलकर पूरी मदद की। अंततः शाम लगभग साढ़े चार बजे किशोर का शव पानी से बाहर निकाला जा सका।
पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया शव
शव को तुरंत करेड़ा के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में पहुंचाया गया, जहां पोस्टमॉर्टम की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। घटना की सूचना पर गांव में शोक की लहर फैल गई। ग्रामीणों के अनुसार कुलदीप पढ़ाई में अच्छा और घरेलू जिम्मेदारियों में हाथ बंटाने वाला होनहार बालक था।
परिवार में पसरा मातम
मृतक कुलदीप अपने माता-पिता और एक छोटे भाई के साथ रहता था। परिवार खेती-बाड़ी करके गुजारा करता है। बेटे की असामयिक मौत से परिवार पूरी तरह टूट चुका है। ग्रामीणों ने प्रशासन से खदान क्षेत्र को सुरक्षित करने की मांग की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को टाला जा सके।

