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खराब सडक़ की खबर क्या चला दी पत्रकार पर पालिकाध्यक्ष ने दर्ज करवा दिया ढ़ाई करोड़ का मानहानि का मुकदमा

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स्टेट डेस्क। आजकल पत्रकारिता करना मुश्किल होता जा रहा है। सच को सच की तरह से दिखाना भी पत्रकारों के लिए घातक साबित हो रहा है व उन पर मुकदमे लादे जा रहे हैं। ऐसी खबरें जो जनहित में हैं व दिखता हुआ सत्य हैं उसके बावजूद लोग अपने पद व पहचान-एप्रोच का गुमान करते हुए पत्रकारों कीा आवाज का कुचलने के प्रयास में लगे हैं। कहीं स्कूल में अव्यवस्थाओं की खबर दिखाने पर पुलिस को दबाव में लाकर गिरफ्तारियां करवाई जा रही हैं तो कहीं खुद बड़े पद पर बैठे पालिकाध्यक्ष जैसे जनप्रतिधि मानहानि के मुकदमे दर्ज करवा रहे हैं। सागवाड़ा में ऐसा ही एक वाकया सामने आया जिसमें पत्रकारों ने पुरजोर विरोध करते हुए आज राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया व कहा कि पत्रकारों की आवाज को दबाने का काई भी प्रयास स्वीकार नहीं किया जाएगा व पुरजोर विरोध होगा। पत्रकार ना डरे हैं ना डरने वाले हैं।
डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा कस्बे में पत्रकार की आवाज दबाने लिए ढाई करोड़ का मानहानि का मुकदमा दर्ज करने का मामला सामने आया है। इस बारे में आज पत्रकारों ने राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार उपखण्ड अधिकारी गोगाराम मीणा को ज्ञापन सौंपा है। इसमें बताया गयाहै कि राजस्थान में डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा नगर में नगरपालिका द्वारा करवाए गए सडक़ के पेचवर्क के कार्य की गुणवत्ता नहीं होने से नगरवासियों द्वारा अहम सच अखबार के संपादक एवं यू ट्यूबर अनिल अंचल को शिकायत की गई थी जिसके आधार पर अनिल अंचल ने अपने यूट्यूब चैनल पर नगरवासियों एवं नागपालिका प्रतिपक्ष नेता हरीश सोमपुरा के बयान के साथ मौके पर तथ्यात्मक जानकारी देते हुए खबर प्रसारित की।
सागवाड़ा पालिकाध्यक्ष नरेंद्र खोडनिया ने इन खबर को अपनी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा से जोडकऱ मानहानि का मुकदमा दर्ज कर दिया जबकि खबर नगरपालिका की कार्यप्रणाली पर थी। पालिकाध्यक्ष द्वारा पत्रकार की निष्पक्ष पत्रकारिता को दबाने का कुत्सित प्रयास कर पत्रकार के माध्यम से नगरवासियों द्वारा उठाए जाने वाले जनहित के मुद्दों को प्रसारित नहीं करने और दबाने का दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने डर का दबाव बनाने के लिए पत्रकार अनिल अंचल पर मानहानि का मुकदमा किया है।
लोकतंत्र के प्रहरी पत्रकार पर किए गए इस मानहानि के मुकदमे में संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही की जाए जिससे पत्रकार अनिल अंचल को इस झूठे मुकदमे से मुक्ति मिले। इधर बताया जा रहा है कि पत्रकार ने अपनी अग्रिम जमानत करवा ली है।

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