24 न्यूज़ अपडेट जोधपुर। जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर टीम ने तीन फरार एपीपीएस के आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी तस्कर भणियाणा (जैसलमेर) में फॉर्म हाउस में पार्टी कर रहे थे। टीम दीवार फांदकर अंदर गई और तीनों को दबोच लिया। एक तस्कर भणियाणा में उप प्रधान का जेठ है। बताया जा रहा है ये सभी लोग नेताओं से संपर्क होने की बात कहते हुए मादक पदार्थ की तस्करी का रैकेट चला रहे थे। इन्होंने निंबाहेड़ा को ठिकाना बना रखा था और यहीं से पूरे राजस्थान में होलसेल सप्लाई हो रही थी। आरोपियों ने चितौड़गढ़ के निंबाहेड़ा को अपना ठिकाना बना रखा था। यहां से पूरे प्रदेश में नशा सप्लाई कर रहे थे। तीनों को पकड़ने के लिए पुलिस की साइक्लोनर टीम ने कमाल किया, टीम ने करीब 15 दिन तक जमीन खरीददार बनकर रैकी की। रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि तीनों को ऑपरेशन मद गवैया के तहत पकड़ा गया। जस्साराम उर्फ जसिया (30), बाबूराम और चेतन राम है। 2024 में जैसलमेर जिले की भणियाणा थाना पुलिस ने अफीम बरामद किया था, जिसमें आरोपी बाबूराम और उसका सहयोगी चेतनराम फरार चल रहा था। मामले में मुख्य सरगना जसाराम खुद था जो मादक पदार्थों की सप्लाई किया करता था।
ऑपरेशन का नाम मद गवैया रखा गया। इसका कारण था कि मद यानी मादक पदार्थ। आरोपी मादक पदार्थ की तस्करी करते थे। गवैया का नाम पंडित जसराज से लिया गया क्योंकि आरोपी का नाम जस्साराम था। पंडित जसराज जो खुद गायक थे। इसलिए इसका नाम मदगवैया रखा गया। टीम अब तक 62 ऑपरेशन कर 64 आरोपियों को पकड़ा चुकी है। मुख्य आरोपी जस्साराम है जो पिछले 6 साल से फरार था। उस पर पाली, चितौड़, बाड़मेर तीन जिलों में एनडीपीएस के मामले दर्ज है। पाली पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है। जस्साराम की फितरह में था कि हर महीने में दो बड़ी खेप पश्चिम राजस्थान में सप्लाई करता और सप्लाई पूरी करने के बाद साथियों के साथ गोवा में जाकर पार्टियों करता था। पूछताछ में और भी कई बड़े मादक पदार्थ नेटवर्क तस्करी के खुलासे उम्मीद की जा रही है।
पुलिस वाले बने जमीन के खरीददार
साइक्लोन टीम 15 दिन से भणियाणा और आस-पास जमीन खरीदने के बहाने रैकी कर रही थी। सूचना मिली कि भणियाणा के एक फार्म हाउस में पार्टी हो रही है। फार्म हाउस में आने-जाने वाले लोगों पर निगाह रखी। गुरुवार को रसोई का काम करने वाला शराब पार्टी के लिए चखने का सामान लेने के लिए बाहर आया व पकड़ा गया। उससे पता चला कि जस्साराम रुका हुआ है। टीम रात को दीवार फांदकर तीनों आरोपी को शराब पार्टी करत पकड़ लिया। जस्साराम 11वीं में फेल हो गया था। इसके बाद प्राइवेट 12वीं पास की। पहले फॉर्म हाउस में काम करता था। इसके बाद सेकंड हैंड गाड़ियां बेचने लगा। इस दौरान खरताराम से संपर्क हो गया और उसके साथ मिलकर नशा सप्लाई करने लगा। एक ऑपरेशन के दौरान पुलिस से बचने के लिए खरताराम ने खुद को गोली मार दी थी। इसमें बाद खुद अपनी गैंग बनाकर नशा सप्लाई करने लगा।
क्या था ऑपरेशन मद गवैया? चखना लेने कौन बाहर आया और पकड़ा गया मास्टर माइंड?? एक तस्कर उप प्रधान का जेठ!

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