24 News update जोधपुर |
राजस्थान पुलिस की सतर्कता और टीमवर्क ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि अपराधी कितना भी शातिर हो, कानून की पकड़ से बच नहीं सकता। इस बार निशाने पर था बांसवाड़ा का हिस्ट्रीशीटर अजय उर्फ अजु उर्फ अजुड़ा चरपोटा, जो जोधपुर में मजदूरी करते हुए पकड़ा गया। साइक्लोनर टीम और बांसवाड़ा पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन “बंबू” के तहत इस शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया गया, जिस पर ₹20,000 का इनाम घोषित था और जो 13 आपराधिक मामलों में संलिप्त है।
शुरुआत हुई एक कॉल से: मजदूरी के पैसे नहीं दे रहा “ठेकेदार”
इस गिरफ्तारी की कहानी एक बेहद साधारण लेकिन अहम कॉल से शुरू हुई। जोधपुर रेंज स्तरीय संजय कंट्रोल रूम में एक मजदूर ने फोन कर शिकायत की:
“मैं बांसवाड़ा का रहने वाला हूं। यहां एक निर्माणाधीन फैक्ट्री में मजदूरी करता हूं। मेरा ठेकेदार अजय पैसे नहीं दे रहा और धमकाता है।”
बांसवाड़ा का नाम सुनते ही साइक्लोनर टीम सतर्क हुई। जब कॉल करने वाले से विस्तृत जानकारी ली गई, तो यह स्पष्ट हुआ कि जिस ‘अजय’ की बात की जा रही है, वह कोई आम ठेकेदार नहीं बल्कि वही वांछित अपराधी है जिसकी तलाश में पुलिस महीनों से जुटी थी।
ऑपरेशन “बंबू”: नाम में छिपी रणनीति
इस ऑपरेशन को नाम दिया गया “बंबू”, जो बांसवाड़ा से ‘बांस’ और छापामारी के ‘दृढ़ संकल्प’ को दर्शाता है।
आईजी विकास कुमार के निर्देश पर गठित टीम ने उस फैक्ट्री की पहचान की जहां अजय मजदूरी करवा रहा था और पहुंचते ही रेड मारी। जैसे ही अजय को पुलिस टीम की भनक लगी, वह फैक्ट्री से भागने की कोशिश करने लगा। लेकिन टीम ने कुछ ही दूरी पर पीछा करते हुए उसे धर दबोचा।
कौन है अजय उर्फ अजुड़ा चरपोटा?
- निवासी: निचला घंटाला, बांसवाड़ा
- थाना: कोतवाली, बांसवाड़ा
- आपराधिक प्रोफाइल:
- 13 केस दर्ज, जिनमें लूट, वाहन चोरी, अवैध हथियार और धमकाने के मामले शामिल
- 3 मामलों में वांछित
- लंबे समय से फरार चल रहा था
- पुलिस के अनुसार “आला दर्जे का वाहन चोर और लुटेरा” है
साहसी टीम, जोधपुर में होगी सम्मानित
इस ऑपरेशन में साइक्लोनर टीम के निम्न सदस्यों की भूमिका महत्वपूर्ण रही:
- उप निरीक्षक: देवाराम
- हेड कांस्टेबल: महिपाल सिंह
- कांस्टेबल: अशोक कुमार, घासीलाल, राजूनाथ, भंवर
इन सभी को जोधपुर में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान रेंज स्तर पर सम्मानित किया जाएगा।

