24 न्यूज अपडेट उदयपुर। गोगुन्दा विधानसभा क्षेत्र में सहकारी समितियों की जांच राजनीतिक द्वेषता से की जाने का आरोप लगाते हुए सहकारी समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों ने गुरुवार को उदयपुर कलक्ट्री के बाहर पहुँच कर प्रदर्शन किया और कलेक्टर को मामले की जांच करने को लेकर ज्ञापन सौंपा। उन्होंने मीडिया के सामने कुछ नाम लेते हुए रिश्वत मांगने के आरोप लगाए। ग्राम सहकारी समिति के अध्यक्ष हरिसिंह झाला ने कहा कि व्यवस्थापक पन्नासिंह 2020 से गोगुंदा सहकारी समिति में कार्यरत है। राजनीतिक दबाव से इनकी जांच हो रही है जबकि निरीक्षक जो जांच कर रहे हैं वो खुद ही खुलासा करके मीडिया को दे रहे हैं। उपर तक पहुंचने से पहले ही यह सब हो रहा है। जांच अधिकारी व्यवस्थापक से पांच लाख की डिमांड कर रहे हैं। ऑडिटर विनोद कोठारी की ओर से भी धमकाया जा रहा है। ज्ञापन में बताया गया कि कमेटी में निरीक्षक कुलदीपसिह बारहेठ ने स्वयं गोगुन्दा ग्राम सेवा सहकारी समिति की वर्ष 2017-18, 2018-19, 2021-22 में समिति की ऑडिट की गई और अपनी ऑडिट रिपोर्ट में रिकार्ड को सही बताया गया है। निरीक्षक कुलदीप सिंह बारहठ सभी ग्राम सेवा सहकारी समितियां को लंबे समय से कथित रूप से ब्लेक मेल कर रहे है।ं जब भी मौका मिलता है तब समिति व्यवस्थापकों को विभाग के उच्च अधिकारियों एवं बैंक के उच्च अधिकारियों के नाम से एवं सहकारी नियमों में उलझाने का डर बता कर वसूली का प्रयास होता है। इसने पूर्व सभी समितियों का आर्थिक शोषण करने का काम किया है। गोगुन्दा ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापक को लंबे समय से ब्लेक मेल किया जा रहा हैं इसने पूर्व में भी धमकी दी कि राज बदलते ही समिति और आकाओं को निपटा देंगे। सरकार बदलने के बाद ही एक-एक कर सभी व्यवस्थापकों को उलझाने का प्रयास किया जा रहा है। ज्ञापन में बताया गया कि कुलदीप सिंह बारहठ के खिलाफ पहले से ही फतहनगर सहकारी समिति में 50 लाख रूपये के कथित घोटाला करने के मामले की जांच की जा रही है एवं फतह नगर सहकारी सहमती में एक कर्मचारी ने आत्महत्या कर ली, मृत कर्मचारी के परिवार ने बाहरठ के विरूद्ध मुकदमा दर्ज करा रखा है जिसकी जॉच चल रही हैं। गोगुन्दा सहकारी समिति की जांच के मामले में बारहठ ने व्यवस्थापक पन्नासिंह से 5 लाख रूपये की मांग की थी और नहीं देने पर उसने इस प्रकार रिपोर्ट तैयार की गई, यह आरोप भी ज्ञापन में लगाया गया है। जांच कमेटी की रिपोर्ट विभाग के पास अभी तक जमा ही नहीं हुई मगर समाचार पत्रों में प्रकाशित करवाई जा की है। ऐेसे में गोगुन्दा समिति की जांच के लिए अन्य निष्पक्ष कमेटी बनाई जाए तथा कुलदीप सिंह बारहठ जैसे निरीक्षक के खिलाफ कारवाई की जाए।
क्या गोगुंदा ग्राम सहकारी समिति की जांच में चल रहा है रिश्वत का खेल???? अध्यक्ष हरिसिंह झाला ने कहा………कर रहा है…….लाख की डिमांड (नाम जानने के लिए खबर देखिये वीडियो खबर)

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