24 न्यूज अपडेट, बांसवाड़ा कल्याणपुर गांव में रविवार रात एक अनोखा दृश्य सामने आया, जब एक लेपर्ड खेत के खुले कुएं में गिर गया और पूरी रात पानी खींचने वाली मोटर पर बैठा अपनी जान बचाए रहा। सोमवार सुबह जब किसान मोटर चालू करने पहुंचे और मोटर शुरू नहीं हुई, तो उन्होंने कुएं में झांककर देखा। वहां लेपर्ड को देखकर हड़कंप मच गया और तुरंत वन विभाग को सूचना दी गई। जानकारी मिलते ही रेंजर संतोष डामोर के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। शुरुआत में लेपर्ड को बाहर निकालने के लिए रस्सी का सहारा लिया गया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। इसके बाद ग्रामीणों की सहायता से लकड़ी की खाट को रस्सियों से बांधकर कुएं में उतारा गया। आश्चर्यजनक रूप से लेपर्ड स्वयं उस खाट पर चढ़ गया, जिसे सावधानीपूर्वक ऊपर खींचा गया। जैसे ही खाट कुएं के मुहाने पर पहुंची, लेपर्ड फुर्ती से छलांग लगाकर बाहर निकला और बिना किसी को नुकसान पहुंचाए जंगल की ओर दौड़ गया। पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन लगभग दो घंटे तक चला और सफलतापूर्वक लेपर्ड को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। रेंजर संतोष डामोर ने बताया कि कल्याणपुर क्षेत्र लेपर्ड का प्राकृतिक विचरण क्षेत्र है और यहां उसकी नियमित आवाजाही देखी जाती रही है। रेस्क्यू टीम में रेंजर संतोष डामोर के साथ वन रक्षक कुंदन सिंह, विष्णु सिंह, प्रताप सिंह, वनपाल शांति लाल रोत और दिलीप मसार भी शामिल थे, जिनके कुशल समन्वय और साहस से यह चुनौतीपूर्ण अभियान सफल हो पाया।
कुएं में फंसा लेपर्ड, मोटर पर रातभर बैठा रहा; 2 घंटे के रेस्क्यू के बाद जंगल में भाग निकला

Advertisements
