24 न्यूज़ अपडेट उदयपुर। आलोक सीनियर सेकेंडरी स्कूल फतेहपुरा में एक दीया संस्कृति और संस्कार के नाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया साथ ही आलोक संस्थान की सभी शाखाओं का दीपावली स्नेह मिलन समारोह रोशनी के रंग , अपनों के संग का आयोजन किया गया! मुख्य अतिथि आलोक संस्थान के निदेशक डॉ प्रदीप कुमावत थे। सर्वप्रथम आलोक संस्थान के निदेशक डॉ प्रदीप कुमावत द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा, राम दरबार की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व माल्यार्पण कर स्नेह मिलन समारोह की शुरुआत की गई ! साथ ही आलोक गुरुकुल परिवार की सभी शाखाओं के प्राचार्य,प्रभारी द्वारा दीपमालिका प्रज्वलित की गई । सरस्वती वंदना के साथ सभी अतिथियों का उपरणा द्वारा स्वागत अभिनंदन किया गया! इस अवसर पर बोलते हुए डॉ प्रदीप कुमावत ने कहा कि संस्कारों और संस्कृति के सरक्षण के लिए हमे अपनी जड़ो की ओर लोटना पड़ेगा और सामुदायिक रूप से ऐसे आयोजनों को बढ़ावा देना होगा जिसमे हमारी संस्कृति और संस्कार को समाज और युवा पीढी के बीच रखा जा सके! इसलिए हर समाज को एक दीया संस्कृति और संस्कार के नाम पर आस पड़ोस के मंदिरों मे जाकर दीया जलाने का कार्यक्रम देव दीवाली के अवसर पर करना चाहिए जिससे एक सामुदायकता की भावना का विकास हो सके! समारोह के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमावत ने अपने चिरपरिचित अंदाज में एक मधुर गीत की प्रस्तुति देते हुए ,सभी को दीपावली की शुभकामनाएं प्रेषित की! इस अवसर पर डॉ प्रदीप कुमावत ने कहा कि हर व्यक्ति को अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए व व्यक्ति को सतत संघर्षशील रहना चाहिए। साथ ही आपने आलोक के दर्शन को ,आत्मसात् करते हुए उसे चहुंओर फैलाने का आह्वान किया ! स्वागत उद्बोधन आलोक फतेहपुरा के प्रशासक निश्चय कुमावत द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में आलोक की अलग-अलग शाखाओं के अध्यापकों व छात्राओं द्वारा रंगारंग राजस्थानी नृत्यों, फिल्मी गीतों एवं भक्ति गीतों की शानदार प्रस्तुतियों ने हर किसी को झूमने पर मजबुर कर किया! इस अवसर पर आलोक हिरण मगरी के प्राचार्य शशांक टांक, आलोक राजसमंद के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रैटर ध्रुव कुमावत, प्राचार्य ललित गोस्वामी, आलोक पंचवटी के नारायण चौबीसा उपस्थित थे! समारोह के अंत में आलोक बालाजी की आरती, आसमान में धवल चांदनी व झिलमिल सितारों के मध्य भव्य आतिशबाजी के नजारें, प्रेम पूर्वक मीठी मनुहार (अल्पाहार) के साथ स्नेह मिलन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। आलोक फतेहपुरा के प्राचार्य वीरेंद्र पालीवाल द्वारा आगंतुक अतिथियों का धन्यवाद व आभार ज्ञापित किया गया। संचालन अरुण मेनारिया एवं सुजीत सुकुमारन द्वारा किया गया।
एक दीया संस्कृति और संस्कार के नाम कार्यक्रम सम्पन्न

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