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ऋषभदेव में बारिश ने तोड़ा रिकॉर्ड, 202 mm पानी बरसा, गंभीरी बांध पर चली चादर, उदयपुर-अहमदाबाद हाइवे पर तीन-तीन फीट पानी, लगा जाम

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24 न्यूज अपडेट. उदयपुर। उदयपुर जिले में बारिश का दौर लगातार चल रहा है। कल रात को शुरू हुई रिमझिम व मूसलाधार बारिश आज सुबह जारी रही जिससे बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी हुई। बारिश से कई रास्तों पर पानी भर गया है व जाम लग रहा है। बाढ नियंत्रण कक्ष की ओर से जारी किए गए आज सुबह 8 बजे तक की बारिश के आंकडों के अनुसार जिले में सर्वाधिक बारिश ऋषभदेव में 202 एमएम हुई है। यह अब तक का सबसे बडा रिकॉर्ड है। बांधों की बात करें तो उदयपुर में फतहसागर झील में पानी की आवक लगातार जारी है तो स्वरूपसागर और उदयसागर के गेट खुले हुए है। फतहसागर का गेट कभी भी खुल सकता है। उदयपुर शहर के आस पास के हाईवे पर कई जगह झरने चल रहे हैं तो कुछ जगहो ंपर पानी के तेज बहाव से पहाड़ी क्षेत्र से पत्थर और मलबा सड़क पर गिर रहा है। उदयपुर-अहमदाबाद नेशनल हाईवे 48 पर आज सुबह से पानी भरने से लगे जाम के वीडियो व तस्वीरें वायरल हो रही है। परसाद के पीपली-ए में आज सुबह करीब 7 बजे से जाम लगा है। हाइवे पर तीन तीन फीट पानी बताया जा रहा है। जाम से लोग परेशान हो गए हैं। उदयपुर में स्वरूपसागर के चार गेट खुले हुए है जिसका पानी आयड़ की विकास की गंगा को बहाते हुए उदयसागर पहुंच रहा है। उदयसागर के दो गेट खोल रखे है जिसका पानी वल्लभनगर बांध में जा रहा है। बारिश के बाद कैचमेंट एरिया में पहाड़ों से बह रहा है पानी, नदी-नादिया उफान पर है। उदयपुर की आयड़ नदी में तेज वेग से जलराशि उदयसागर जा रही है। जल संसाधन विभाग के अनुसार आज सुबह आठ बजे तक बीते 24 घंटे में उदयपुर जिले में सर्वाधिक बारिश ऋषभदेव में करीब 8 इंच हुई है। इसके अलावा जिले में बड़गांव तहसील मुख्यालय पर 4, वल्लभनगर, भींडर, बारापाल और गोगुंदा में 3-3 इंच, कुराबड़ और झाड़ोल में ढाई-ढाई इंच बारिश दर्ज की गई है। बताया गया कि झाड़ोल में मानसी नदी में तेज बहाव है। इससे मार्ग बाधित हो गया है। पिछले दिनों ग्राम पंचायत सुल्तान जी का खेरवाड़ा ने एनीकट बनाया जो रात को तेज बारिश में बह गया।
गंभीरी बांध कभी भी छलक सकता है
चित्तौड़गढ़ जिले का सबसे बड़ा गम्भीरी बांध हुआ फुल, कुल भराव क्षमता 23 फीट के आंकड़े के किया पार, सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राधेश्याम जाट ने बताया कि बांध के अपनी भराव क्षमता पूर्ण करने के साथ ही आज सुबह से थोड़ी चादर चलना भी आरम्भ हो गई है।

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