रिपोर्ट- जयवंत भैरविया
महामहिम उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड आज उदयपुर यात्रा पर हैं। वॉलसिटी में उनके आगमन से लेकसिटी उदयपुर के ट्रेफिक सिस्टम की धड़कनों को ही रोक दिया गया है। जिला प्रशासन की ओर से ना कोई तैयारी है ना पूर्व चेतावनी। अचानक पुलिस जाप्ता आया और जोर आजमाइश करके रास्ते रोक दिए गए। जरूरी काम से निकले लोग जाम में फंस गए। घंटों तक थमे रहे। समझ ही नहीं पाए कि उनके साथ आखिर ये हो क्या रहा है। जिनको बहुत जरूरी कामया मेडिकल इमरजेंसी थी वे झुंझला कर सिर पटकते रह गए लेकिन आगे नहीं जाने दिया गया। ना पीछे जाते बना ना आगे जाते बना। लोग कहने लगे कि नेताओं और अफसरों के चंगुल में फंसा यह शहर अब दो मिनट जरूरी काम से बाहर निकलने लायक नहीं बचा है। आपको बता दें कि उदयपुर के नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों की घोर संवेदनहीनता सेऐसी स्थितियां पहले भी कई मौकों पर जनता ने झेली है व सब्र का बांध अब टूट रहा है। जब चाहे रास्ता बंद कर देते हैं, बताना तक मुनासिब नहीं समझते कि ऐसा क्यों किया। हालत हैं कि फ्लाई ओवर बना कर राहत देने वाले जमीन पर ट्रेफिक नहीं संभाल पा रहे हैं। महामहिम उप राष्ट्रपति का कार्यक्रम मिनट टू मिनट पहले से तय था। प्रशासन को सिर्फ जनता से कम्युनिकेट करना था कि कब और किस रास्ते पर सफर नहीं करना है। लेकिन उसने मिस कंम्यूनिकेशन का रास्ता चुना। कोई सूचना नहीं, जनता से कोई संवाद नहीं। शायद प्रशासन के हौसले इसलिए भी बढ़े हुए हैं क्योंकि नेता उनसे सवाल नहीं करते। और नेता सवाल इसलिए नहीं करते क्योंकि उनके स्वागत में रास्ते हर बार रोक दिए जाते हैं। शायद किसी की प्राथमिकताओं में जनता कभी आती ही नहीं है। टूरिस्ट सीजन होने से कई देसी विदेशी टूरिस्ट भी जाम में फंसे जिससे शहर की छवि को भी धक्का लगा। जाम लगने से लेकर खुलने के बाद तक कहीं भी ट्रैफिक पुलिस दिखाई नहीं दी। इससे साफ हो गया कि यदि यह प्रशासन का यही रवैया रहा तो आने वाले दिनों में जनता की परेशानी और अधिक बढ़ने वाली है।

