Site icon 24 News Update

उदयपुर की प्रियंका ने किया 12वीं स्टेट ओपन परीक्षा में टॉप, अब ऑन डिमांड होगी 10वीं-12वीं की ओपन बोर्ड परीक्षा, ऐसा करने वाला राजस्थान पहला राज्य होगा, 19 साल बाद हो रहा बदलाव

Advertisements

24 न्यूज अपडेट. जयपुर। राजस्थान स्टेट ओपन बोर्ड 19 साल बाद परीक्षा में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। 10वीं-12वीं की परीक्षा साल में दो बार की बजाय हर महीने करवाने की तैयारी की जा रही है। ऐसा करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा। मंगलवार को स्टेट ओपन बोर्ड 10वीं-12वीं का रिजल्ट जारी करने के दौरान शिक्षा निदेशालय ने इसके संकेत दिए हैं। स्टेट ओपन बोर्ड में 10वीं की परीक्षा में पाली की डिंपल कुमावत ने पहला स्थान प्राप्त किया। वहीं 12वीं की परीक्षा में उदयपुर की प्रियंका पंवार ने पहला स्थान हासिल किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने टॉपर स्टूडेंट्स से फोन पर बात कर उन्हें बधाई दी है। इस बार 1 लाख 32 हजार स्टूडेंट इसमें बैठे थे। , इस साल मार्च-मई 2024 ओपन स्कूल की परीक्षा आयोजित की गई थी। इसका रिजल्ट मंगलवार को जारी किया गया। इस बार 10वीं का परीक्षा परिणाम 80.33 फीसदी रहा है। इसमें 66 फीसदी छात्र और 90 फीसदी छात्राओं ने परीक्षा पास की। वहीं, 12वीं में 63 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए। इनमें 62 फीसदी छात्र और 63 फीसदी छात्राओं ने परीक्षा पास की है। दोनों ही कक्षाओं में राज्य में पहला स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट को और जिले में पहला स्थान हासिल करने वाले छात्र को 11 हजार रुपए का पुरस्कार दिया जाएगा।
राजस्थान में 2005 से स्टेट ओपन स्कूल की शुरुआत की गई थी। ऐसे में 19 साल बाद राजस्थान सरकार ओपन स्टेट स्कूल पॉलिसी में बदलाव करने जा रही है। इसे लेकर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने तैयारी शुरू कर दी है। सॉफ्टवेयर तैयार होने के बाद ही इस प्रक्रिया को लागू किया जाएगा। अब तक साल में दो बार परीक्षा का आयोजन होता था। एक परीक्षा मार्च से मई और दूसरी परीक्षा अक्टूबर और नवंबर के बीच होती थी। शिक्षा निदेशालय के निदेशक आशीष मोदी ने मीडिया को बताया कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल अब ऑन डिमांड एग्जाम की व्यवस्था ला रहा है। इस व्यवस्था के तहत अगर किसी कक्षा में कम से कम 10 स्टूडेंट्स भी एक साथ परीक्षा देने को तैयार होते हैं तो ओपन स्कूल परीक्षा कराएगा। ऐसा प्रयोग करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बनने जा रहा है। अब तक सिर्फ एनआईओएस (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूल) ने ही ऐसी व्यवस्था की है। मोदी ने कहा कि कई बार स्टूडेंट्स किसी परीक्षा में पात्र होने के लिए 10वीं-12वीं पास होना चाहते हैं, उन स्टूडेंट्स के लिए हम यह व्यवस्था कर रहे हैं।

Exit mobile version