24 न्यूज अपडेट. जयपुर। सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 पेपरलीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के पूर्व सदस्य रामू राम राईका को सोमवार को कोर्ट में पेश किया गया। रामू राम राईका को 4 जुलाई 2018 को तत्कालीन बीजेपी राज (वसुंधरा राजे सरकार) के दौरान आरपीएससी का मेंबर बनाया गया था। राईका 4 जुलाई 2022 तक मेंबर रहा। सब इंस्पेक्टर भर्ती-2021 में पेपरलीक के मामले में एसओजी अब तक 42 चयनित ट्रेनी एसआई और पेपर लीक गैंग से जुड़े 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। अभी भी कई ट्रेनी एसआई एसओजी के रडार पर चल रहे हैं।
आज पेशी में आते समय वकीलों ने हंगामा कर दिया। वकील कोर्ट परिसर में घुसे और रामू राम राईका को बाहर निकालने के लिए कहा। वकीलों ने आरोप लगाया कि राईका ने वकील को थप्पड़ मारने का इशारा कर दिया। इस पर शोर सुन कर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मौके पर पहुंचे और मामला शांत किया। पुलिस अधिकारियों ने भी समझाइश की और रामू राम राईका ने वकील से मांफी मांगी। राईका को 6 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया। वकीलों के अनुसार रामू राम राईका को कोर्ट में पेश किया जा रहा था। जज किसी और को सुन रहे थे। इस दौरान एक वकील ने कहा कि आप को शर्म नहीं आती जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हो। कुछ तो शर्म करो। इसके बाद रामू राम राईका ने हाथ उठाया। कहा- भाग नहीं तो थप्पड़ मारूंगा। रामू राम राईका को रविवार रात गिरफ्तार किया गया। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने राईका से 5 घंटे पूछताछ की। इससे पहले, एसओजी ने शनिवार को राजस्थान पुलिस अकादमी (आरपीए) से 5 ट्रेनी एसआई को हिरासत में लिया था। एसओजी मुख्यालय में पूछताछ के बाद रविवार को इन्हें गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए पांच आरोपियों में राईका की बेटा-बेटी भी शामिल हैं। सभी आरोपियों को रविवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां से इन्हें 6 दिन की रिमांड पर सौंपा गया है। पूरे घटनाक्रम के बीच पूर्व सदस्य रामू राम राईका का पुराना वीडियो सामने आया है, जो 2023 का है। इसमें राईका एक सभा में कह रहे हैं कि अपने कार्यकाल के दौरान मैंने इंटरव्यू में समाज के कई लोगों को बनाया है।
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