24 न्यूज अपडेट. डूंगरपुर। मानगढ़ धाम पर हुए कार्यक्रम में महिलाओं के सुहाग को लेकर बयानबाजी करने वाली महिला टीचर मेनका डामोर को सस्पेंड कर दिया गया है। मानगढ़ धाम पर 19 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं के सुहाग को लेकर बयानबाजी उन्होंने की थी। टीचर मेनका डामोर को शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। राजस्थान आचरण नियम और शिक्षा विभाग की छवि को खराब करने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई है। डामोर ने कहा था- आदिवासी महिलाएं पंडितों के बताए अनुसार न चलें। आदिवासी परिवार में सिंदूर नहीं लगाते, मंगलसूत्र नहीं पहनते। आदिवासी समाज की महिलाएं-बालिकाएं शिक्षा पर फोकस करें। अब से सब व्रत-उपवास बंद कर दें। हम हिंदू नहीं हैं। मानगढ की रैली में उच्च माध्यमिक स्कूल सादडीया की टीचर मेनका डामोर ने महिलाओं के सुहाग को लेकर टिप्पणी की थी। मंगलसूत्र नहीं पहनने और मांग में सिंदूर नहीं लगाने को लेकर बयान दिए। इसे लेकर आदिवासी समाज की महिलाओं ने मेनका डामोर के बयानों पर आपत्ति जताई थी। संयुक्त निदेशक ने मामले में कार्रवाई करते हुए मेनका डामोर को सस्पेंड कर दिया है। उसे राजस्थान आचरण नियम और विभाग की छवि खराब करने के लिए सस्पेंड किया गया है। महिला टीचर को सस्पेंशन के दौरान दोवड़ा सीबीईओ ऑफिस में ड्यूटी के निर्देश दिए गए हैं।
क्या बोली थी मेनका डामोर
बांसवाड़ा के मानगढ़ धाम पर 19 जुलाई को भील समाज की सबसे बड़ी संस्था आदिवासी परिवार सहित 35 संगठनों ने यह महारैली बुलाई थी। आदिवासी परिवार संस्था की संस्थापक सदस्य मेनका डामोर ने मंच से कहा- आदिवासी महिलाएं पंडितों के बताए अनुसार न चलें। आदिवासी परिवार में सिंदूर नहीं लगाते, मंगलसूत्र नहीं पहनते। आदिवासी समाज की महिलाएं-बालिकाएं शिक्षा पर फोकस करें। अब से सब व्रत-उपवास बंद कर दें। हम हिंदू नहीं हैं। आदिवासी परिवार संस्था चारों राज्यों में फैली हुई है।
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