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अब आक्रामक कुत्ते छोड़े जाएंगे शहर से दूर, पालतू का वैक्सीनेशन जरूरी

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24 न्यूज अपडेट़ उदयपुर। यह खबर कुत्ता पालने वालों और गली मोहल्लों के आक्रामक कुत्तों से परेशान लोगों के लिए हैं। इन कुत्तों की वजह से कई जगह लोगों का जीना मुहाल हो गया है तो कहीं पर जान पर बन आई है। कई दुखद हादसों में तो कुत्तों ने छोटे बच्चों की जान तक ले ली है। ऐसे में लगातार आ रही शिकायतो के बाद अब राजस्थान के स्वायत्त शासन विभाग ने हिंसक और आक्रामक प्रवृत्ति के कुत्तों को पकड़कर शहरबदर करने की गाइडलाइन जारी की है। इसमें ऐसे कुत्तों को पकड़ कर शहर से बाहर किया जाएगा। स्वायत्त शासन विभाग के निदेशक सुरेश कुमार ओला ने मीडिया को बताया कि राजस्थान भर में आम जनता पर हमले की खबरें आ रही थीं। ऐसे में यह गाइडलाइन जारी की गई है। ताकि आम जनता को सुरक्षित रखने के साथ ही श्वानों को भी स्वस्थ और सुरक्षित रखा जा सके। आपको बता दें कि राजस्थान में 10 लाख से अधिक श्वान हैं। आदेश में बताया गया है कि राजस्थान के सभी निकायों में स्थित महाविद्यालयों, विद्यालयों, अभिभावकों, नागरिकों से शिकायत मिलने पर हिंसक और आक्रामक प्रवृत्ति के कुत्तों को शहर से दूर ले जाकर छोड़ा जाए। चिह्नित कर उनका वैक्सीनेशन भी किया जाए। सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों के लेबर रूम, गायनिक रूम, ऑपरेशन थियेटर, शिशु वार्ड के आस-पास रहने वाले श्वानों को चिकित्सा विभाग की शिकायत पर तत्काल पकड़कर शहरों से दूर छोड़ा जाए। अब तक कुत्तांं को शहर से बाहर छोड़ने का प्रावधान नहीं था। कुत्तों के वैक्सीनेशन का टाइम 3 साल का होता है। अभी हजारों कुत्ते ऐसे हैं जिनका वैक्सीनेशन अब तक नहीं हुआ है।
उदयपुर में बनेंगे पेंथर का निवाला
उदयपुर में यह नियम लागू हुआ तो सभी श्वान जो शहर के बाहर छोड़े जाएंगे वे आस-पास की पहाड़ियों में रहने वाले पेंथरों का निवाला बन जाएंगे। कुछ सालों पूर्व बेसहारा मवेशियों को केवड़े की नाल में छोड़े जाने के मामले ने काफी तूल पकड़ा था। ऐसे में श्वानों को सीधा पेंथर का निवाला बनाने पर भी नई बहस छिड़ सकती है।

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