24 न्यूज़ अपडेट, अजमेर। अजमेर एसओजी ने फर्जी डिग्री के मामले में मेवाड़ यूनिवर्सिटी के डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन और सेक्शन ऑफिसर पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनको गिरफ्तार कर लिया है। दोनों में से डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन को 11 जून तक 5 दिन की रिमांड पर तो सेक्शन ऑफिसर को जेल भेज दिया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि सुशील शर्मा दिल्ली से फर्जी डिग्री तैयार करवाता था व उसके पीछे भी एक बड़ा रैकेट काम कर रहा था। अब इस मामले में किसी देशव्यापी फर्जी डिग्री के नेटवर्क के खुलासे की उम्मीद की जा रही है। इससे पहले भी 2 महिला कैंडिडेट सहित पांच आरोपियों को एसओजी ने गिरफ्तार किया जिसमें मेवाड़ यूनिवर्सिटी का डीन शामिल था। एसओजी ने ताजा आरपीएससी की हिंदी लेक्चरर भर्ती 2022 में हुए फर्जीवाड़े को लेकर की है।
बताया जा रहा है कि मेवाड़ यूनिवर्सिटी के डिप्टी कंट्रोलर आफ एग्जामिनेशन सुशील शर्मा और सेक्शन ऑफिसर राजेश सिंह को 6 जून को कोर्ट में पेश किया गया। सुशील शर्मा को 11 तारीख तक रिमांड पर लिया है। वही सेक्शन ऑफिसर को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया है। फर्जीवाड़ी में एक बड़ा नेटवर्क है। जिसमें जल्द अन्य गिरफ्तार भी होगी। डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन दिल्ली से फर्जी डिग्रियां तैयार करवाता था। दोनों आरोपियों से कई खुलासे हुए हैं। आरपीएससी ने हिंदी लेक्चरर भर्ती परीक्षा 2022 में फर्जीवाड़ी को लेकर मुकदमा दर्ज करवाया गया था। एसओजी ने ब्रह्माकुमारी व कमला कुमारी नाम की कैंडिडेट को गिरफ्तार किया था। दोनों ने आरपीएससी की परीक्षा में मेवाड़ यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री लगाई थी। जांच में दोनों महिला कैंडिडेट पकड़ी गई थी। पूछताछ के बाद दो युवकों के नाम सामने आए थे। जिस पर भी एसओजी ने कार्रवाई करते हुए सरकारी टीचर दलपत सिंह और डॉ सुरेश बिश्नोई को गिरफ्तार किया था। इन सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद एसओजी ने 2 महीने पूर्व कार्रवाई करते हुए मेवाड़ यूनिवर्सिटी के डीन को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में सभी आरोपी जेल में है।
मेवाड़ यूनिवर्सिटी का डिप्टी कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन 5 दिन की रिमांड पर, सेक्शन ऑफिसर को भेजा जेल, एसओजी की कार्रवाई

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